CG CRIME : रिश्तेदार के घर चोरी करने वाले चार संदिग्ध चढ़े पुलिस के हत्थे….
February 13, 2023दुर्ग ,13 फरवरी । छत्तीसगढ़ के पूर्व केबिनेट मंत्री और भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के रिश्तेदार पंकज राठी के घर हुई करोड़ों रुपए की चोरी के मामले में मास्टरमाइंड समेत चार संदिग्धों को गोवा से हिरासत में लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 करोड़ से अधिक के सामान और नगदी की रिकवरी कर ली गई है। आरोपियों ने चार अन्य घरों में एक करोड़ से अधिक की चोरी करना भी स्वीकार किया है। उल्लेखनीय है कि बीती 7 फरवरी को ओल्ड आदर्श नगर दुर्ग स्थित पंकज राठी के घर में तीन करोड़ रुपए से अधिक की चोरी हुई थी।
पंकज राठी पेशे से सिविल कांट्रैक्टर और पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के रिश्तेदार हैं। वे अपने पूरे परिवार के साथ घर में ताला लगाकर बृजमोहन अग्रवाल की बेटी की शादी में शामिल होने रायपुर गए थे। वहां से सोमवार शाम वापस लौटे तो पता चला कि उनके घर का ताला टूटा हुआ है। उनके घर की आलमारी तोड़कर करीब तीन किलो सोना, 18 किलो चांदी के जेवर और 10 लाख रुपये नकद चोरी कर लिए थे। पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल चोरी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया। टीम ने एक-एक कड़ी को जोड़ते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 3 करोड़ रुपए से अधिक का माल जब्त किया है।
पुलिस के मुताबिक इतनी बड़ी चोरी को अंजाम नागपुर के चोर गिरोह ने दिया है। इस गिरोह ने केवल पंकज राठी ही नहीं बल्कि चार अन्य घरों में 40 लाख, 30 लाख, 10 लाख और 20 लाख की चोरी की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस जल्द ही इन चोरियों का माल भी इनके पास से बरामद कर लेगी। तीन करोड़ से अधिक की चोरी को अंजाम देने के बाद चारों आरोपी गोवा भाग गए थे। पंकज राठी के यहां से उन्हें 10 लाख रुपए कैश मिला था। उस कैश वे वहां अय्याशी में उड़ा रहे थे। दुर्ग पुलिस की टीम ने वहां जाकर उन आरोपियों की पताशाजी की और उसके बाद उन्हें वहां से गिरफ्तार कर दुर्ग लाई।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 किलो सोना, 18 किलो चांदी के आभूषण के साथ-साथ 6 लाख रुपए कैश जब्त किया है। इस तरह पुलिस ने पंकज राठी के घर से हुई चोरी में से 3 करोड़ से अधिक की रिकवरी कर ली है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही वो आरोपियों के पास से अन्य चोरियों की रिकवरी भी करेगी। पुलिस ने नागपुर के जिस चोर गिरोह को पकड़ा है उसका सरगना काफी शातिर है। वो 12 साल जेल की सजा काटकर कुछ समय पहले ही छूटा था। उसके बाद अपनी गैंग को तैयार कर बड़ी-बड़ी चोरियों की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया। ये गैंग किस तरह इतनी बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देता था, इसका पता दुर्ग पुलिस के खुलासे में चलेगा।