जेल में बंदियों को आत्मनिर्भरता के लिए मिल रही ट्रेनिंग
November 14, 2022झांसी, 14 नवम्बर । उत्तर प्रदेश सरकार जेल में रखे गए बंदियों को कई तरह के व्यावसायिक हुनर सिखा रही है, जिससे रिहाई के बाद वे समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर आजीविका का प्रबंध कर सकें। झांसी जिला कारागार में कौशल विकास मिशन के तहत बंदियों को विभिन्न तरह के व्यावसायिक प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। बंदियों को सिलाई-कढ़ाई और ऑर्गेनिक खेती का प्रशिक्षण देने के लिए अभी कुछ समय पहले चार बैच शुरू हुए थे, जो पूरे हो चुके हैं। प्रशिक्षण को लेकर बंदियों की रुचि को देखते हुए अब नए बैच शुरू करने की तैयारी चल रही है।
बंदियों को अंग्रेजी भाषा की भी दी जा रही तालीम
झांसी जिला कारागार में अभी कौशल विकास के तहत चार बैच पूरे हुए हैं। एक बैच में 27 प्रशिक्षुओं के हिसाब से चारों बैच में 108 बंदियों को सिलाई-कढ़ाई व ऑर्गेनिक खेती का प्रशिक्षण दिया गया है। इन सभी प्रशिक्षु बंदियों को अंग्रेजी भाषा बोलने और कम्प्यूटर चलाने का भी सामान्य प्रशिक्षण ट्रेड के प्रशिक्षण के साथ प्रदान किया गया है। बंदियों के लिए अब आने वाले समय में दो नए बैच शुरू करने की तैयारी कारागार प्रशासन कर रहा है। इन बैचों में प्लंबरिंग, मोटर बाइंडिंग सहित अन्य तरह के टेक्निकल प्रशिक्षण प्रदान किए जायेंगे।
झांसी जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल के मुताबिक याेगी सरकार की मंशा है कि कैदियों को व्यावसायिक कौशल का प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे उन्हें आजीविका और रोजगार के हुनर से लैस कर भविष्य के लिए आत्मनिर्भर बनाया सके। कारागार से निकलने के बाद ये लोग इस हुनर का उपयोग कर काम-धंधे कर समाज की मुख्यधारा में लौट सकेंगे। शासन के निर्देश पर हमने अभी कुछ समय पहले जेल में प्रशिक्षण के चार बैच शुरू किए थे, जो पूरे हो गए हैं। अब बहुत जल्द दो नए बैच शुरू होने हैं, जिसके लिए प्रक्रिया चल रही है।