छत्तीसगढ़: ‘श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा रामोत्सव‘: पूरे छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी को आयोजित होंगे भव्य भक्तिमय सांस्कृतिक कार्यक्रम
January 13, 2024राम वनगमन पथ के स्थलों पर भी आयोजित होंगे विशेष कार्यक्रम
मुख्य सचिव ने वर्चुअल बैठक में आयोजन के संबंध में कलेक्टरों दी जानकारी
आम जनता, मानस मंडलियों, स्थानीय नगरीय निकायों, ग्राम पंचायतों, धार्मिक ट्रस्ट और मंदिर समितियों की भागीदारी से आयोजित होंगे कार्यक्रम
रायपुर, 13 जनवरी 2024/अयोध्या में आयोजित किये जा रहे ‘श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा रामोत्सव‘ के अवसर पर पूरे छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी को भव्य रूप से भक्तिमय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। प्रत्येक जिला मुख्यालय और विकासखण्ड के कम से कम एक प्रतिष्ठित मंदिर में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, इसके साथ ही राम वनगमन पथ के स्थलों पर भी विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज चिप्स के सभाकक्ष में आयोजित वर्चुअल बैठक में सभी कलेक्टरों को आयोजन की रूप रेखा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
संस्कृति विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी. ने बैठक में बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन जनमानस तथा मानस मंडलियों, स्थानीय नगरीय निकायों, ग्राम पंचायतों, निजी संस्थानों, धार्मिक ट्रस्ट और मंदिर समितियों की भागीदारी से किए जाएं। इन संस्थानों के साथ समन्वय और सहयोग से भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
प्रत्येक विकासखण्ड स्तर में कम से कम एक प्रतिष्ठित मंदिर में 22 जनवरी को दीप प्रज्जवलन, दीपदान एवं लाईटिंग की व्यवस्था की जाए। मंदिर प्रांगण में क्षेत्र की 5 मानस मंडलियों के मानस गायन का कार्यक्रम आयोजित किया जाए। ऐसे कार्यक्रम प्रत्येक जिला मुख्यालय मंे कम से कम एक प्रतिष्ठित मंदिर में आयोजित किये जाएं। बैठक में राज्यभर के संभागायुक्त और कलेक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
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राम वनगमन पथ के स्थलों पर भी आयोजित होंगे विशेष कार्यक्रम
आम जनता, मानस मंडलियों, स्थानीय नगरीय निकायों, ग्राम पंचायतों, धार्मिक ट्रस्ट और मंदिर समितियों की भागीदारी से आयोजित होंगे कार्यक्रम
प्रत्येक जिला मुख्यालय और विकासखण्ड स्तर के कम से कम एक प्रतिष्ठित मंदिर में होंगे कार्यक्रम
मंदिरों में मानस गायन, दीप प्रज्जवलन, दीपदान जैसे कार्यक्रम होंगे आयोजित
संस्कृति विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी. ने बैठक में बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन जनमानस तथा मानस मंडलियों, स्थानीय नगरीय निकायों, ग्राम पंचायतों, निजी संस्थानों, धार्मिक ट्रस्ट और मंदिर समितियों की भागीदारी से किए जाएं। इन संस्थानों के साथ समन्वय और सहयोग से भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
प्रत्येक विकासखण्ड स्तर में कम से कम एक प्रतिष्ठित मंदिर में 22 जनवरी को दीप प्रज्जवलन, दीपदान एवं लाईटिंग की व्यवस्था की जाए। मंदिर प्रांगण में क्षेत्र की 5 मानस मंडलियों के मानस गायन का कार्यक्रम आयोजित किया जाए। ऐसे कार्यक्रम प्रत्येक जिला मुख्यालय मंे कम से कम एक प्रतिष्ठित मंदिर में आयोजित किये जाएं। बैठक में राज्यभर के संभागायुक्त और कलेक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।