बालों को हेल्दी और मजबूत बनाने के लिए बेस्ट है राइस वाॅटर, जानें इसके फायदे

बालों को हेल्दी और मजबूत बनाने के लिए बेस्ट है राइस वाॅटर, जानें इसके फायदे

January 13, 2024 Off By NN Express

हर कोई चाहता है कि उनका चेहरा चमकदार और बाल स्वस्थ रहे। बालों का झड़ना और स्किन पर पिंपल्स देख हम काफी परेशान हो जाते हैं। जापान में स्किन केयर के लिए एक खास चीज का इस्तेमाल किया जाता है। यह आसानी से आपके घर में मिल जाएगा। पिछले कई सालों से राइस वॉटर का इस्तेमाल स्किन और हेयर के लिए किया जा रहा है। कोरियन स्किन केयर में भी राइस वॉटर का इस्तेमाल किया जाता है। इस हिसाब से स्किन और हेयर केयर के लिए राइस वाॅटर को अपने रूटीन में शामिल करना चाहिए।

हेयर डैमेज

रूखे और डैमेज बालों के लिए राइस वॉटर का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। इसके इस्तेमाल से आपके बाल हेल्दी होते हैं। साथ ही डैंड्रफ से छुटकारा मिलता है। राइस वाॅटर आपके बालों के लिए मैजिक की तरह काम करता है।

ब्राइट स्किन

राइस वाॅटर त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद है। इसके इस्तेमाल से डेड सेल्स रिमूव होते हैं, इससे स्किन ब्राइट होती है। स्किन पर डेड सेल्स इकट्ठा होने से त्वचा डल दिखाई देती है। इसलिए इन्हें रिमूव करना जरूरी होता है। राइस वाॅटर स्किन को ब्राइट बनाता है।

एंटी-एजिंग

राइस वाॅट में स्टार्च होता है। यह स्किन के बैरियर को मजबूत बनाता है। इससे स्किन इलास्टिसिटी नहीं खोती और एजिंग लक्षण कम नजर आते हैं। झुर्रियां, फाइन लाइन्स, डार्क स्पाॅट्स कम हो जाते हैं। राइस वाॅटर के उपयोग से स्किन बैरियर रिपेयर होती है।

सन डैमेज

राइस वाॅटर में एंटी-ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती हैं। इसके उपयोग से सन डैमेज से प्रोटेक्शन मिलता है। यह इंफ्लेमेशन, रेडनेस और इचिंग को भी कम करने में मदद करता है।

इवन स्किन टोन

राइस वाॅटर का इस्तेमाल कई स्किन केयर प्रोडक्ट में किया जाता है। इसका इस्तेमाल करने से यह स्किन टोन को सुधारने में मदद करता है। अनइवन स्किन टोन के कारण चेहरे पर ग्लो नहीं आ पाता है। राइस वाॅटर स्किन को ब्राइट करता है और स्किन टोन इवन करने में मदद करता है।

डिस्क्लेमर

यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।