नहीं रहा शाकाहारी मगरमच्छ ‘बबिया’, केरल के मंदिर में दशकों से खा रहा था प्रसादम
October 12, 2022केरल के कासरगोड में आनंदपद्मनाभ स्वामी मंदिर में प्रसिद्ध ‘शाकाहारी’ मगरमच्छ बबिया का रविवार को निधन हो गया। मगरमच्छ की उम्र 75 साल बताई जा रही है। मंदिर आने वाले भक्तों के लिए बबिया मुख्य आकर्षणों में से एक था। एकमात्र मगरमच्छ अनंतपद्मनाभ स्वामी मंदिर की झील में बीते कई दशकों से रह रहा था। मंदिर के अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मंदिर की झील में 70 साल से रह रहे इस मगरमच्छ को ‘बबिया’ नाम से पुकारा जाता था। वह शनिवार से लापता था।
अधिकारियों ने कहा कि रविवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे मृत मगरमच्छ झील में तैरता पाया गया। मंदिर प्रशासन ने इसकी सूचना पुलिस और पशुपालन विभाग को दी। मृत मगरमच्छ को झील से बाहर निकाल कर शीशे के बक्से में रखा गया। विभिन्न राजनीतिक नेताओं सहित कई लोगों ने सोमवार को उसके अंतिम दर्शन किए। मंदिर के अधिकारियों का दावा है कि मगरमच्छ शाकाहारी था और मंदिर में बने ‘प्रसादम’ पर ही निर्भर था।
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि 70 वर्षों से अधिक समय से मंदिर में रहने वाले ‘‘भगवान के इस मगरमच्छ’’ को ‘सद्गति’ प्राप्त हो। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अनंतपुरा झील मंदिर के भगवान का अपना मगरमच्छ बबिया विष्णु पद पहुंच गया है। यह अनंतपद्मनाभ स्वामी को चढ़ाये जाने वाले चावल और गुड़ से बने प्रसाद खाकर मंदिर की झील में 70 साल से अधिक समय तक रहा और मंदिर की रक्षा की। वह सद्गति प्राप्त करे, ओम शांति!’’