ED जांच-घोटाले तो किसी पर दाउद से लिंक, महाराष्ट्र के 9 मंत्रियों पर क्या-क्या आरोप?
July 3, 2023मुंबई: अजित पवार के साथ जिन 9 लोगों ने रविवार (3 जुलाई) को एकनाथ शिंदे- देवेंद्र फडणवीस सरकार में शामिल होते हुए शपथ ली, उनमें छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटील, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव आत्राम, अनिल पाटील और संजय बनसोडे हैं. इनमें से ज्यादातर पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. रविवार को शरद पवार ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि वे आभारी हैं कि इनलोगों को क्लीनचिट दे दिया गया है. क्या हैं इन लोगों पर आरोप?
क्यों इनके पीछे पड़ी थीं जांच एजेंसियां? शिंदे सरकार में शामिल होने से क्या इनके दाग धुल गए हैं?अजित पवार के साथ आए पांच से छह मंत्रियों पर अलग-अलग मनी लॉन्ड्रिंग के केस हैं. एक पर तो दाऊद इब्राहिम गैंग के अंडरवर्ल्ड डॉन इकबाल मिर्ची के साथ डील करने का मामला चल रहा है. प्रफुल्ल पटेल के बारे में कयास लगाया जा रहा है कि वे केंद्र में मंत्री बनने वाले हैं. अजित पवार पर नए शुगर मिल घोटाले से पहले सत्तर हजार करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप था.
उन्हें अब तक करीब ढाई दर्जन मामले में क्लीन चिट मिल चुकी है. हाल ही में उनके परिवार से जुड़ी कुछ संपत्तियां ईडी ने छापेमारियां कर कुर्क कीं. हाल का घोटाला जरंडेश्वर शुगर मिल से जुड़ा है. इसे स्पार्कलिंग सॉयल प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को लीज पर दिया गया. ईडी ने जांच में पाया कि यह कंपनी अजित पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार के नाम है.
छगन भुजबल सब्जी बेचते-बेचते बन गए करीब 800 से 1000 करोड़ की संपत्ति के मालिक
अजित पवार के साथ एनसीपी के एक और मंत्री छगन भुजबल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बालासाहेब ठाकरे के साथ 1960 में शिवसेना से की थी. वे मध्य मुंबई के इलाकों में सब्जियां बेचा करते थे. आज 800 से 1000 करोड़ की संपत्तियों के मालिक हैं.
उन पर दिल्ली में स्थित महाराष्ट्र सदन के निर्माण से जुड़े घोटाले का आरोप है. बाद में उन्हें मुंबई सेशंस कोर्ट से बरी कर दिया गया था. साल 2005 से 2006 के दौरान उन पर बिना टेंडर जारी किए केएस चमनकर इंटरप्राइजेस को ठेका देने का आरोप है. 2016 में उन्हें ईडी ने अरेस्ट किया. बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें 2018 में बरी कर दिया.
हसन मुश्रीफ, सुनील तटकरे, धनंजय मुंडे सब के सब अलग-अलग घोटालों में फंस चुके
कोल्हापुर के कागल क्षेत्र से एनसीपी नेता और मंत्री हसन मुश्रीफ और उनके दामाद के ठिकानों पर ईडी की छापेमारियां हुई थीं. उन पर बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने फर्जी कंपनियां बनाने और अप्पासाहेब नलवडे शुगर मिल की खरीद से जु़ड़े घोटालों के आरोप हैं.
कलकत्ता की बोगस कंपनी के जरिए संताजी घोरपडे शुगर मिल में 158 करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए थे. पैसे कहां से आए, किसने ट्रांसफर किए, क्यों किए? कोई हिसाब-किताब नहीं. इस मिल पर मुश्रीफ परिवार का कब्जा है. इसके अलावा को-ऑपरेटिव बैंक के जरिए किसानों को ठगने का भी आरोप है.
शिंदे सरकार में इकलौती महिला मंत्री अदित तटकरे सुनील तटकरे की बेटी हैं. उन पर भी 70 हजार करोड़ के सिंचाई घोटाले का आरोप था. बाद में बरी किए गए. बीड के परली से विधायक धनंजय मुंडे पर तो भ्रष्टाचार ही नहीं महिला के यौन शोषण तक का आरोप लग चुका है.