नवरात्री में वरदानी माँ के भव्य दरबारों में लगा भक्तों का मेला
October 1, 2022खरसिया ,01 अक्टूबर । जगजननी की आराधना के महापर्व नवरात्रि पर पूरा नगर सजधजकर माँ के भक्तों का स्वागत कर रहा है, वहीं दिन-प्रतिदिन मां के दरबार में भक्तों का रेला बढ़ता चला जा रहा है। इन भक्तों को यकीन है कि इस दरबार से कोई खाली नहीं लौटता। हाँ सच भी है मां अपने बेटों को खाली हाथ कैसे लौटने देगी !
नगर का नवरात्रि मेला पूरे अंचल में मशहूर है। यहां दूर-दूर से माता के भक्तगण मॉं के भव्य दरबारों और मातारानी की मनमोहक छवि को देखने आते हैं। शाम होते ही गांव-गांव से उमड़ता भक्तों का मेला शुरू हो जाता है, जो रात 12:00 बजे मां के शयन के पश्चात धीरे-धीरे कम होता है। आरती के पश्चात माता के विभिन्न दरबारों से प्रसाद प्राप्त करने भक्तों की अपार कतार लगी होती है। वहीं प्रत्येक पांडाल में प्रसाद की विशेषता को लेकर होड़ लगी रहती है। कहीँ खीर चना हलवा तो कहीं खिचड़ी, कहीं पूडी-सब्जी और मिठाइयों का प्रसाद होता है। ऐसे में प्रतिदिन सैकड़ों सवामणी के प्रसाद का वितरण होता है।सजावट को लेकर भी पंडालों में होड़ लगी रहती है।
अग्रसेन दुर्गा उत्सव समिति पोस्टऑफिस के पास केदारनाथ धाम बनाया गया है। वहीं हमालपारा में सेल्फी स्टैंड की भरमार है। एक से बढ़कर एक सज्जा युक्त भव्य पंडाल बनाए गए हैं जो भक्तगणों को मोहित कर रहे हैं। इन नवरात्रों में घर-घर माता जगदंबे की आराधना की जा रही है। वहीं नगर के समीपस्थ ग्राम उल्दा के वैष्णो देवी मंदिर में भक्तों का रेला लगा हुआ है। ग्राम अड़भार में माँ अष्टभुजी तो चंद्रपुर में विराजी माता चंद्रहासिनी, परेवा पहाड़ पर स्थित मां भद्रकाली और जगदम्बे, चंदन तालाब पर स्थित मां गुड़गांववाली, हमालपारा स्थित माँ शीतला देवी, चौकी परिसर में विराजित माँ ढाणा देवी, बांसमुड़ा चौक के समीप विराजित माँ बेरीवाली, अग्रसेन चौक स्थित माँ गायत्री मंदिर, पोस्ट ऑफिस रोड स्थित माता काली मंदिर और ग्राम चोढ़ा की पहाड़ियों पर स्थित माँ ढाणा देवी के दरबार के अलावा सभी मंदिरों में नवरात्री की विशेष आराधना की जा रही है। वहीं अखंडज्योति प्रज्ज्वलित की जा रही हैं।नवरात्रि के पावन पर्व पर प्रत्येक पंडाल में भव्य साज-सज्जा के अलावा गरबा भजन ऑर्केस्ट्रा तो कहीं जस गीतों की गूंज हो रही है। वहीं नन्हीं-नन्हीं बेटियों के लिए नृत्य और फैंसी ड्रेस का आयोजन भी किया जा रहा है, तो भक्तों के मनोरंजन के लिए बिजली के झूलों से सजा मीनाबाजार यहां आया हुआ है।