Bollywood News : जब Amitabh Bachchan के गाल पर सरेआम जड़े गए थप्पड़, वजह जान हैरान रह जाएंगे आप
March 30, 2023सदी के महानायक अमिताभ बच्चन करोड़ों दिलों पर राज करते हैं। हर कोई उनकी इज्जत करता है। उनके साथ काम करने का सपना देखता है। इंडस्ट्री में उनका ओहदा इतना ऊंचा है कि कोई उनसे ऊंची आवाज में बात करने की सोच भी नहीं सकता। लेकिन, अभिनेता की जिंदगी में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने उनके गाल पर थप्पड़ जड़ दिया था। आइए आपको एक-एक कर इन तीन किस्सों के बारे में बताते हैं।
घटना के बाद घबराकर होटल चले गए थे अमिताभ बच्चन
सन 1978 की बात है। ऋषिकेश के ‘लक्ष्मण झूले’ पर चल रही फिल्म ‘गंगा की सौगंध’ की शूटिंग खत्म कर अमिताभ बच्चन होटल की तरफ जा रहे थे। तभी उनकी गाड़ी के सामने एक लंगूर आ गया। अभिनेता की गाड़ी में कुछ केले रखे थे। वह अपनी कार से बाहर निकले और उस लंगूर को केले देने लगे। तभी पीछे से एक और लंगूर आ गया। लेकिन, अमिताभ बच्चन ने उसे इग्नोर कर दिया। उस दूसरे लंगूर को इतना गुस्सा आया कि उसने अभिनेता के गाल पर थप्पड़ जड़ दिया। अमिताभ बच्चन काफी घबरा गए। उन्होंने सारे केले नीचे फेंक और होटल की तरफ रवाना हो गए।
जब चोरी करते पकड़ाए अमिताभ
बचपन में अमिताभ बच्चन अपने पिता हरिवंश राय बच्चन और मां तेजी बच्चन के साथ दशद्वार में रहते थे। अभिनेता के घर के पास रानी बेतिया की एक कोठी थी, जिसका फाटक हमेशा बंद रहता था। एक दिन अमिताभ बिना किसी को बताए रानी बेतिया की कोठी देखने चले गए। लेकिन, दरबान ने अमिताभ को दरवाजे पर ही रोक लिया। अमिताभ घर गए और उन्होंने मां तेजी की दराज से खुल्ले पैसे चुराए। दरबान ने अमिताभ से खुल्ले पैसे तो ले लिए लेकिन, अंदर जाने की इजाजत नहीं दी। जब अभिनेता घर पहुंचे तब उनकी मां ने उनके गाल पर जोरदार थप्पड़ जड़ दिया।
वहीदा रहमान ने सेट पर मारा था तमाचा
टीवी शो ‘द कपिल शर्मा शो’ में वहीदा रहमान ने इस बात का खुलासा किया था कि उन्होंने एक बार अमिताभ बच्चन के गाल पर थप्पड़ मार दिया था। वहीदा ने बताया, ‘साल 1971 की बात है। मैं और अमितजी ‘रेश्मा और शेरा’ की शूटिंग कर रहे थे। हमारा एक सीन था जिसमें मैं उनसे काफी नाराज थी। मैंने मजाक मजाक में कहा कि इस सीन में तो मुझे अमितजी को थप्पड़ मार देना चाहिए। डायरेक्टर को ये बात पसंद आई और यह फिल्म का हिस्सा बन गया। शॉट हुआ और मैंने उन्हें थप्पड़ मारा। शॉट खत्म हुआ तो अमितजी बोले, वहीदा जी, काफी अच्छा था।’