रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों ठगी
November 18, 2024पेंड्रा। मरवाही पुलिस को ठगी के मास्टरमाइंड आरोपी युवक को पकड़ने में सफलता मिली है। महज आठवीं फेल इस आरोपी युवक ने इंजीनियरिंग और बीए पास बेरोजगार युवकों को रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगा और ट्रेनिंग के नाम पर प्लेटफार्म ले जाकर झांसे में आए युवकों से रेल के डब्बे गिनवाता था।
थाना मरवाही और साइबर सेल जीपीएम ने गिरोह के मुख्य सरगना कपिल बरनवाल को आसनसोल बंगाल से गिरफ्तार किया है।
दरअसल, गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के थाना मरवाही क्षेत्र के ग्राम कुम्हारी के पुनीत प्रधान से रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर 12 लाख रुपए की ठगी की गई थी जो रकम अलग-अलग किश्तों में आसनसोल में चली 9 महीने की ट्रेनिंग के दौरान ली गई थी।
जब ठगी का पता चला तो युवक के होश उड़ गए क्योंकि उसकी पूरी ट्रेनिंग और ट्रेनिंग का हर किरदार फर्जी निकला।
ठगी का अहसास होते ही पुनीत ने पुलिस से संपर्क कर थाना मरवाही में मामला दर्ज कराया। मरवाही पुलिस ने साइबर सेल की मदद से पहले भी तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया था,
जिसमें एक युवक अमित मंडल ट्रेनिंग देता था तो विधान बैरागी और योगेश रजक स्थानीय स्तर पर युवाओं को झांसा देकर आसनसोल भेजते थे।
इनका सरगना कपिल बरनवाल फरार था और वह बार-बार अपना लोकेशन बदल रहा था। जैसे ही मुख्य आरोपी आसनसोल आया मरवाही पुलिस को जानकारी मिली जिस पर आसनसोल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
मुख्य आरोपी कपिल जमानत पर था
आरोपी कपिल आसनसोल फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर घूमने के प्रकरण में जमानत पर था। मरवाही पुलिस ने आरोपी की ट्रांजिट रिमांड हासिल कर उसे मरवाही ले जाकर पुलिस रिमांड पर रखा था।
जहां डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा, थाना प्रभारी रणछोड़ सिंह सेंगर, उप निरीक्षक श्यामलाल गढ़वाल और साइबर सेल सउनि मनोज हनोतिया से पूछताछ करने पर पता चला कि, आरोपी कपिल बरनवाल की पत्नी पूजा हलदर मेकअप आर्टिस्ट हैं।
उसके जरिए कई लोगों से कपिल के संपर्क हैं, जो उसके लिए ठगी करने में अलग-अलग किरदार निभाते थे। जैसे कभी कोई आरपीएफ वाला बन जाता तो कोई स्वास्थ्यकर्मी।
पूछताछ में आरोपी कपिल ने बताया कि, वह आठवीं फेल है और वह यह सब कुछ लक्जरी लाइफ जीने के लिए किया करता था।
पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों की भूमिका और नाम पते के बारे में मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई की जारी है।