एक और मरीज की मौत के बाद पुनः NKH विवादों के घेरे में.. भाजपा नेताओं ने 50 लाख क्षतिपूर्ति-जांच व लाइसेंस रद्द करने की रखी मांग
March 28, 2024कोरबा। न्यू कोरबा हॉस्पिटल (एनकेएच) में इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उसके फेफड़े में पानी भर गया था। घटना से आक्रोषित परिजनों ने हॉस्पिटल में तोड़ फोड़ भी की। उन्होंने प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही और दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है। मामले में भाजपा नेताओं ने भी एसपी से मुलाकात कर पीड़ित परिवार का पक्ष रखा और हॉस्पिटल का लाइसेंस रद्द करने की मांग की है।
न्यू कोरबा अस्पताल में दादर निवासी सत्यनारायण पटेल (54) की होली की रात मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि गलत इलाज के कारण मौत हुई। मृतक के परिजनों ने बीजेपी नेताओं के साथ मिलकर SP से शिकायत की है। साथ ही कार्रवाई की मांग की है। परिजनों के अनुसार सत्यनारायण पटेल के फेफड़े में पानी भर गया था, जिससे मरीज की तबीयत बिगड़ गई। फेफड़े से पानी निकालते वक्त मौत हुई है। परिवार का कहना है कि अच्छे से बातचीत कर रहे थे, लेकिन इलाज के दौरान जान चली गई। मरीज की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया।
एनकेएच हॉस्पिटल का लाइसेंस भी रद्द करने की मांग
कोसाबाडी नगर मंडल अध्यक्ष अजय विश्वकर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए वह प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से भी बात करेंगे। उन्होंने कहा कि सत्यनारायण पटेल की मौत के मामले की निष्पक्ष जांच हो। मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर हॉस्पिटल का लाइसेंस भी निरस्त किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय होगा कि होली की रात दादर निवासी सत्यनारायण पटेल को न्यू कोरबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी मौत हो गई। नाराज परिजनों का चिकित्सक और नर्सों के साथ विवाद भी हुआ था। मृतक के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की।
पीड़ित परिवार के साथ एसपी से मिले जनप्रतिनिधि, कड़ी कार्रवाई की मांग
भाजपा नेता और पूर्व पार्षद सकुंदी यादव ने भी जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह वार्ड के पार्षद हैं। वे पीड़ित परिवार के साथ पुलिस अधीक्षक के पास गए थे। डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिस पर एसपी ने कार्रवाई की बात कही है।
एनकेएच प्रबंधन ने कहा- मरीज को कई बीमारी, हालत गंभीर थी
इस मामले में एनकेएच प्रबंधन का पक्ष भी सामने आया है। हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ सुदीपकर शाह का कहना था कि मरीज की हालत बेहद गंभीर थी। उसका इलाज चल रहा था, लेकिन अचानक इलाज के दौरान मौत हो गई। सत्यनारायण पटेल को कई बीमारियों ने जकड़ रखा था।