कोरबा: कलेक्टर ने जनचौपाल में सुनी आम नागरिकों की समस्याएं
February 6, 2024कोरबा । कलेक्टर अजीत वसंत द्वारा जनचौपाल में आने वाले लोगों की सभी छोटी-बड़ी समस्याओं को पूरी गंभीरता से सुनते हुए यथासंभव जल्द से जल्द निराकरण करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जनचौपाल में कलेक्टर के निर्देशन में करतला विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कनकी के आश्रित ग्राम कटरापारा की रहने वाली 55 वर्षीय दिव्यांग श्रीमती चंदा बाई को तत्काल राहत पहुँचाते हुए समाज कल्याण विभाग द्वारा ट्राईसाइकिल प्रदान किया गया।
दिव्यांग चंदा बाई कलेक्टर जनचौपाल में अपने रोजमर्रा के कार्याें को पूरा करने के लिए आवागमन की सुविधा हेतु एक ट्राईसाइकिल की मांग को लेकर कलेक्टर चौपाल में आई थी। उन्होंने बताया कि दिव्यांग होने के कारण उन्हें अपने दिनचर्या को पूरा करने एवं कहीं आने-जाने में काफी परेशानी होती थी। कलेक्टर ने हितग्राही की समस्या का तत्काल निराकरण करने हेतु उपसंचालक समाज कल्याण को निर्देशित किया। उप संचालक समाज कल्याण विभाग सिनीवाली गोयल ने हितग्राही ट्राईसाइकिल एवं वॉकर प्रदान किया।
जनचौपाल में अपनी समस्या का निराकरण होने एवं ट्राईसाइकिल एवं वॉकर पाकर हितग्राही चंदा बाई बहुत खुश हुई। उन्होंने बताया कि पहले आने-जाने के लिए परिजन या किसी व्यक्ति का सहारा लेना पड़ता था, ट्राईसाइकिल मिल जाने से अब उनकी दैनिक कार्य पूरा करने में बहुत सुविधा मिलेगी। इस हेतु उन्होंने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया। उप संचालक समाज कल्याण विभाग श्रीमती गोयल ने बताया कि हितग्राही चंदा बाई 80 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग एवं उनकी आयु 55 वर्ष से अधिक है। इसलिए उन्हें समाज कल्याण विभाग द्वारा ट्राईसाईकल, वॉकर दी गई है। जिससे वे अपने रोजमर्रा के काम सरलता से कर पाएंगी।
इसी प्रकार जनचौपाल में आज वनाधिकार पट्टा बनाने, पेंशन, सीमांकन, अतिक्रमण हटाने, उपचार हेतु आर्थिक सहायता, प्रधानमंत्री आवास, जाति प्रमाण पत्र बनाने आदि के कुल 99 आवेदन प्राप्त हुए। कलेक्टर ने सभी आवेदनों को संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर निर्देशित किया है कि आवेदनों का परीक्षण कर शासन के नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जनचौपाल में प्राप्त होने वाले आवेदनों पर समुचित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ताकि आवेदक को दोबारा जनचौपाल में ना आना पड़े।