छत्तीसगढ़: भिलाई निवास में इंडियन कॉफी हाउस की सेवाएं सराहनीय
January 16, 2024दुर्ग,16 जनवरी। सामान्य दिनों में भी भिलाई निवास के इंडियन कॉफी हाउस में दिन भर हलचल बनी रहती है लोगों की आवाजाही, वैचारिक चर्चाओं का दौर और शांत वातावरण इस्पात नगरी के नागरिकों को हमेशा आकर्षित करता है। देशभर में 164 से अधिक कॉफी हाउस रेस्टोरेंट संचालित करने वाला यह संगठन भिलाई में काफी लोकप्रिय है।
भिलाई निवास, सेल का एक ऐसा ऑफिशियल गेस्ट हाउस है जहां सरकारी, प्रशासनिक, वशिष्ठ और अति विशिष्ठ अतिथियों का निरंतर आवागमन बना रहता है। भिलाई निवास के इंडियन कॉफी हाउस ने भिलाई निवास की रौनक में इजाफा किया है और साथ ही आतिथ्य सत्कार और मेहमाननवाजी की एक शानदार तस्वीर पेश की है|
सेल भिलाई इस्पात संयंत्र के भिलाई निवास में आने और रहने वाले सरकारी, प्रशाशनिक, विशिष्ठ, अति विशिष्ठ अतिथियों और अन्य अतिथियों के लिए इंडियन कॉफी हाउस द्वारा दिए जाने वाले सेवाओं का विशेष महत्व बन जाता है। हाल ही में आए कई बड़ी हस्तियों जैसे अनूप जलोटा, राजा मुराद एवं पिछले दो वर्षों में पधारे शासकीय एवं उच्च स्तर के प्रशासनिय अधिकारी, सेल, रेलवे इत्यादि के बड़े अधिकारीयों ने भिलाई निवास के कॉफी हाउस में जलपान एवं कमरों और अपार्टमेंट्स में अतिथियों की देखभाल हेतु सेवाओं का अनुभव आगंतुक पुस्तिका में सकारात्मक प्रतिक्रियाओं के रूप में साझा किये हैं|
पूर्व अध्यक्ष सोमा मंडल ने जून 2023 को अपने कमेंट्स में लिखा कि भिलाई निवास गेस्ट हाउस का इंडियन काफी हाउस द्वारा संचालन बहुत प्रशंसनीय हैं| टीम भिलाई के सदस्यों में जोश और उत्साह भरा हुआ है और मुझे विश्वास है की ये संयंत्र को और ऊंचाई तक ले जायेंगे|
मई 2023 में रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त मेम्बर (वर्क्स) श्री ब्रजेश कुमार ने अपने कमेंट्स में भिलाई निवास प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए लिखा कि हालाँकि वे कम समय के लिए आये थे लेकिन इस दौरान वे गेस्ट हाउस की अच्छी रखरखाव, साफ़ सुथरा व्यवस्था और इंडियन काफी हाउस द्वारा दी गयी स्वादिस्ट ब्रेकफास्ट से प्रभावित हुए|
सी बी आई के स्पेशल डायरेक्टर प्रवीन सिन्हा जो जनवरी 2023 में भिलाई इस्पात सयंत्र आये थे, अपने कमेंट्स में लिखा कि भिलाई निवास में जो उन्हें त्रुटिहीन और पर्सनल सर्विस मिली उससे वे बेहद प्रभावित हुए हैं| यहाँ के वेटर विनम्र स्वाभाव के हैं और उनकी सर्विस में भी तत्परता दिखी|
हाल ही संपन्न चुनाव में व्यय पर्यवेक्षक के रूप में भिलाई निवास में ठहरे तारिक माबूद एवं सुकुमार सर्कार ने भी अपने कमेंट्स में यहाँ कि व्यवस्था और मेहमान नवाजी की तारीफ की|
सामान्य दिनों में भी कॉफी हाउस में हमेशा हलचल बनी रहती है| इन्हीं हलचलों के बीच कॉफी हाउस में पिछले कई सालों से भोजन और सेवाओं का लुफ्त उठा रहे रिटायर्ड बीएसपी कर्मी के जी जी नायक का कहना है कि हम यहाँ विशेषकर दक्षिण भारतीय व्यंजनों के विशुद्ध स्वाद का आनंद लेने सहपरिवार आते हैं| यहाँ की साफ़ सफाई हमेशा से यहाँ की खासियत रही है|
इसी प्रकार बीएसपी के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक श्री बिप्लव डे ने बताया कि “आईसीएच की सर्विस और साफ़ सफाई का कोई जवाब नहीं है| इसलिए रिटायर्ड होने के बाद भी हम यहाँ भोजन आदि के लिए आते जाते रहतें हैं|”
बैंक में कार्य करने वाले यशपाल सिंह का कहना है कि मुझे भिलाई निवास के इंडियन कॉफी हाउस के वेटरों का व्यवहार बहुत पसंद है| यहाँ दो-तीन बार आने के बाद आपको याद रखते हैं कि आपको किस तरह का खाना पसंद आता है और कौन सी सुविधाएं आपके लिए उपयुक्त रहेगी|
डॉ मोहित शुक्ला के अनुसार, “यहाँ स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाता है| जो इस इंडियन कॉफी हाउस के आकर्षण का केंद्र बिंदु है|”
इंडियन कॉफी हाउस (आईसीएच) खाद्य जगत और आतिथ्य के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में जाना जाता है| इंडियन कॉफी हाउस दशकों से राजनेताओं, लेखकों, पत्रकारों और बुजुर्ग नागरिकों के लिए बौद्धिक बहस का केंद्र रहा है। जिसका प्रचलन यहाँ आज हर जगह देखा जा सकता है|
महाप्रबंधक (इंडियन कॉफी हाउस) के एस हरीदास से मिली जानकारी के अनुसार, इंडियन कॉफ़ी हाउस का संचालन 1940 के दशक में कॉफी-बोर्ड ने शुरू किया था, पर जब देश स्वतंत्र हुआ, तो 1950 के दशक में इंडियन कॉफी हाउस को बंद कर दिया गया और कॉफी-बोर्ड ने इनमें कार्यरत लोगों की नौकरी चले गयी थी| तब से कॉफी हाउस के कर्मचारियों ने श्री एके गोपालन के नेतृत्व में एक सोसाइटी बनाकर कॉफी हाउस की बागडोर अपने हाथों में संभाली। अब इसका नाम इंडियन कॉफी हाउस हो गया है।
पहली इंडियन कॉफी वर्कर कोऑपरेटिव सोसाइटी की स्थापना 19 अगस्त 1957 को बंगलुरु में की गई और पहला इंडियन कॉफी हाउस नई दिल्ली में 27 अक्तूबर 1957 को खुला। इसके बाद इंडियन कॉफी हाउस का विस्तार देश के तमाम छोटे- बड़े शहरों में किया गया। दुर्ग- भिलाई में ही लगभग 5-6 इंडियन कॉफी हाउस संचालित हैं| जल्द ही एक और नया कॉफी हाउस भिलाई शहर को मिलने वाला है|
आइएसओ मानकों से सर्टिफाइड इंडियन कॉफी हाउस वर्कर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड ना केवल छत्तीसगढ़ मंत्रालय अपितु सर्किट हाउस रायपुर, एनएसपीसीएल भिलाई तथा एनटीपीसी, एनएमडीसी जैसे सार्वजनिक उपक्रमों समेत भिलाई इस्पात संयंत्र इस्पात भवन व भिलाई निवास एवं अन्य राज्यों के गेस्ट हाउस कैटरिंग एवं कैंटीन का संचालन करती है| सोसायटी द्वारा लोजिंग और कई औद्योगिक कैंटीन, गेस्ट हाउस आदि संचालित की जाती है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, एनसीएल, सिंगरौली, सीआईएल, कोलकाता आदि के बिजली संयंत्र और मध्य प्रदेश पुलिस के तहत कई कैंटीन और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की विधानसभा कैंटीन और पिछले कई दशकों से संतोषजनक खानपान/आतिथ्य सेवायें प्रदान कर रहे हैं।
इसी कड़ी में भिलाई के परिपेक्ष्य में देखा जाये तो, सयंत्र द्वारा संचालित भिलाई निवास पिछले 54 वर्षों से सेल की ओर से आतिथ्य सत्कार में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता आ रहा है| जहाँ हाल में इंडियन कॉफी हाउस ने रेस्टोरेंट एवं केटरिंग, फ्रंट डेस्क मैनेजमेंट एवं हाउसकीपिंग में गुणवत्तायुक्त सेवाएं प्रदान कर भिलाई निवास की श्रेष्ठ गुणवत्ता युक्त सेवाओं में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रहा है। प्रबंधक (इंडियन कॉफी हाउस) श्री वी राजीवन ने अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा कि कॉफी हाउस के संचालन हेतु बीएसपी हमें विभिन्न सुविधाएँ प्रदान करती है, बदले में हम स्वादिस्ट खाद्य पदार्थों एवं उत्कृष्ट अतिथि सत्कार सुनिश्चित करते हैं| हमारे यहाँ स्वाद के साथ-साथ साफ़ सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाता है