Uttarkashi Tunnel Collapse:जिंदगी बचाने की जंग जारी: सुरंग में करीब 48 घंटे से फंसे हैं 40 मजदूर, बचाव अभियान में मलबा बना चुनौती
November 14, 2023उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बीते रविवार को ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग धंसने के बाद से फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. टनल हादसे को 48 घंटे से ज्यादा हो गए हैं. अधिकांश मलबे को काट कर हटा दिया गया है. हालांकि अभी भी मलबा बचा हुआ है, जिसके चलते मजदूरों की जान मुसीबत में फंसी हुई है
अधिकारियों ने कहा कि लोगों के पास ऑक्सीजन सिलेंडर तक पहुंच है, और उन्हें पानी की आपूर्ति के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पाइप के माध्यम से अतिरिक्त ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. सुरंग ढहने से ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली एक बड़ी पाइप क्षतिग्रस्त हो गई थी. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर मलबे को हटाने के लिए जेसीबी और भारी उत्खनन मशीनों का इस्तेमाल करके बचाव अभियान चला रहे हैं.
मलबे में फंसे मजदूरों से हो रही है बातचीत
नवयुग इंजीनियरिंग के मैकेनिकल फोरमैन, शशि चौहान, जो सुरंग निर्माण का काम संभाल रहे हैं, उन्होंने कहा कि लगभग 50-60 कर्मचारी अपनी रात की शिफ्ट खत्म करने के बाद दिवाली मनाने के लिए लौट रहे थे, जब सुरंग का एक हिस्सा लगभग 5.30 बजे ढह गया. उन्होंने कहा, “शुरुआती कई घंटों तक, फंसे हुए लोग घबराए हुए थे, क्योंकि कोई कम्युनिकेशन नहीं था और उन्हें स्थिति के बारे में पता नहीं था. उनके पास वॉकी-टॉकी भी थे, लेकिन अतिरिक्त मलबा होने के कारण सिग्नल नहीं मिल रहा था. हालाँकि, आधी रात के आसपास, पाइप का उपयोग करके संचार स्थापित किया गया और इससे वे शांत हो गए. हम लगातार उनके संपर्क में हैं।