Cyclone Hamun: पहले ‘तेज’ और अब ‘हामून’ का खतरा, अरब सागर के बाद बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान, 5 साल पहले हुआ था ऐसा
October 23, 2023Cyclone Hamun: पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव सोमवार तक और अधिक तीव्र होकर गहरे दबाव में बदल सकता है. इसके बाद अगले तीन दिन में बांग्लादेश और पास के पश्चिम बंगाल तटों तथा उत्तर-पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ने का अनुमान है.
नई दिल्लीः भारत से सटे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में एक साथ दो खतरनाक चक्रवात बन रहे हैं. अरब सागर में उठा चक्रवात ‘तेज’ बेहद भीषण चक्रवाती तूफान में बदल चुका है. वहीं बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘हामून’ बन रहा है. हालांकि अभी ये शुरुआती दौर में है. हालांकि साल 2018 में भी यही स्थिति उत्पन्न हो गई थी. जब भारत के पूर्व और पश्चिम दोनों तरफ चक्रवात साथ में बने थे. आईएमडी के मुताबिक चक्रवात हामून भी एक्टिव हो गया है.
पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव सोमवार तक और अधिक तीव्र होकर गहरे दबाव में बदल सकता है. इसके बाद अगले तीन दिन में बांग्लादेश और पास के पश्चिम बंगाल तटों तथा उत्तर-पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ने का अनुमान है. स्काईमेट की रिपोर्ट के मुताबिक हामून ने 24 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान में बदलने के प्रमुख संकेत दिखाए हैं. रविवार रात को उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने के बाद यह सिस्टम वर्तमान में पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में स्थित है. यह ओडिशा के पारादीप से लगभग 400 किमी और पश्चिम बंगाल में दीघा से 550 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है.
आईएमडी ने अपने बुलेटिन में बताया है कि ‘अगले 12 घंटों में इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है. इसके उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और गहरे दबाव के रूप में 25 अक्टूबर की शाम के आसपास खेपुपारा और चटगांव के बीच बांग्लादेश तट को पार करने की बहुत संभावना है.’ इस बीच, ओडिशा सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है और प्रशासन को भारी बारिश की स्थिति में निचले इलाकों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया है.
मौसम वैज्ञानिक यूएस डैश ने कहा, ‘सिस्टम (चक्रवात) ओडिशा तट से लगभग 200 किमी दूर समुद्र में चलेगा.’ उन्होंने कहा कि इसके प्रभाव से सोमवार को तटीय ओडिशा में कुछ स्थानों पर और कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि क्योंझर, मयूरभंज और ढेंकनाल के अलावा उत्तरी और दक्षिणी तटीय जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी. मत्स्य पालन एवं पशु संसाधन विकास विभाग ने मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी है. मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, दुर्गा पूजा आयोजक उत्सव के दौरान संभावित बारिश और हवा की तैयारी कर रहे हैं.