शारदीय नवरात्रि में सरई श्रृंगारिणी में जगमगा रहे आस्था के ज्योत
October 19, 2023शारदीय नवरात्रि में सरई श्रृंगारिणी में जगमगा रहे आस्था के ज्योत
बलौदा, 19 अक्टूबर । शारदीय क्वांर नवरात्रि पर्व पर ग्राम डोंगरी में विराजमान मां सरई श्रृंगारिणी मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। मां सरई श्रृंगारिणी डोंगरी में सरई पेड़ में विराजमान है।
आसपास के लोगों का मां सरई श्रृंगारिणी के प्रति अपार श्रद्धा है।
बलौदा ब्लाक के ग्राम डोंगरी में मां सरई श्रृंगारिणी का स्थान है। जो बलौदा – कोरबा मुख्यमार्ग में स्थित है । सरई श्रृंगारिणी धाम में चारो ओर सरई के लंबे लंबे वृक्ष है। नवरात्रि में यहां मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं तांता लगा रहता है। बुजुर्गों के अनुसार मां सरई श्रृंगारिणी धाम ग्राम डोंगरी (कोरबी) में लगभग 100 साल पहले यह क्षेत्र के गांव घनघोर जंगलों में बसा हुआ था। मां के चमत्कार की व महिमा कोई लिपिबद्ध इतिहास नहीं है मगर बुजुर्गों की आंखों देखी झुठलाई नहीं जा सकती ।
बलौदा ब्लाक के ग्राम भिलाई का एक व्यक्ति ग्राम डोगरी के पास सरई के जंगल में पेड़काटने आया। काफी मशक्कत कर वह सरई पेड़ काट लिया। कटे हुए सरई पेड़ को वह बैलगाड़ी में भरकर अपने गांव ले जाने वाला था कि बैलगाड़ी का पहिया वही पर टूट गया। शाम होने की वजह से वह व्यक्ति वापस अपने गांव भिलाई आ गया। सुबह होते ही वह व्यक्ति कटे हुए सरई पेड़ को लेने जंगल गया तो देखा कि कटा हुआ सरई पेड़ उसी स्थान पर पुन: खड़ा हो गया था। वह आदमी डरा सहमा अपने गांव पहुंचा और लोंगों को आपबीती बताई।
गांव के कई लोग जंगल में आकर देखे और आश्चर्यचकित हो गए । लोगो ने माना कि यहां सरई पेड़ में देवी का वास है। उसी दिन से इस स्थान को लोग मां सरई श्रृंगारिणी के नाम से जानने लगे। यहां मां सरई श्रृंगारिणी देवी सरई पेड़ के रूप में विराजमान है। जो भी अपनी दुख दर्द तकलीफ लेकर मां के दरबार में आते हैं मां उनकी मुरादे पूरी करती है। श्रद्धालुओं के द्वारा मंदिर में घृत जवां कलश 47, घृत ज्योति कलश 53, तेल जवां कलश 85, तेल ज्योति कलश 923 प्रज्ज्वलित कराया है। नवरात्रि में यहां मेला जैसा माहौल रहता है। दूर दूर से श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन के लिए पहुंचती है। सप्तमी के दिन यहां मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से रात लगी रहती है।
42 वर्ष से जल रही धूनी व ज्योति
समिति के अध्यक्ष मनोहर सिंह एवं कमल किशोर सिंह ठाकुर ने बताया कि सरई श्रृंगारिणी के दरबार में लगभग 42 वर्ष से अखण्ड धुनी एवं अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित है। मंदिर प्रांगण में अखण्ड धूनी व ज्योति के दर्शन करने लोगो पहुचते रहते है । समिति के पदाधिकारियों ने इस जगह में अनेको मंदिर निर्माण कार्य कराए है। यह स्थान बलौदा कोरबा रोड में सरई श्रृंगार नाम से जाना जाता है। नवरात्रि में यहां सैकड़ो की संख्या में ज्योति कलश प्रज्वलित होती है।
भव्य नए मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर
आदि शक्ति मां सरई श्रृंगारिणी में भव्य मंदिर का निर्माण कार्य जोरो पर है । ओडीसा के मिस्त्री मंदिर के निर्माण कार्य में लगे हुए है । ग्राम डोगरी के शंकर लाल साव मंदिर निर्माण का पूरा खर्च का जिम्मा लिए हुए है। मां सरई श्रृंगारिणी का मंदिर का गुम्बज 25 फीट का रहेगा, अभी लगभग गुम्बज का काम 9 फिट हो गया । मां का मंदिर पहले लगभग 16 से 18 फीट का लंबा चौड़ा था। वर्तमान में मन्दिर का निर्माण कार्य 30 फीट लम्बा व 20 फीट चौड़ा बन रहा है। समिति के अध्यक्ष मनोहर सिंह बबुआ ने बताया कि मंदिर के निर्माण में लगभग 90 लाख रुपये खर्च आएगा । मंदिर का निर्माण कार्य अगले नवरात्र तक पूर्ण होने की उम्मीद है। समिति के कमल किशोर ठाकुर ने बताया कि मंदिर के निर्माण कार्य में ओडीसा के अलावा राजस्थान के मिस्त्री भी आएंगेजो राजस्थानी कलाकारी करेंगे।