एक्सिडेंट में टूटे पैर पर डॉक्टरों ने गत्ता बांधा, मंत्री ने दिए जांच के आदेश
October 10, 2022सड़क हादसे में एक व्यक्ति का पैर टूटने पर प्लास्टर करने की बजाय चिकित्सक द्वारा कथित रूप से पैर पर कागज का गत्ता लगाकर पट्टी बांधने का मामला सामने आया है। शनिवार की यह घटना मध्य प्रदेश के भिंड जिले के रौन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
रौन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में घायल पूरन सिंह (50) के पैर में कागज का गत्ता लगाकर पट्टी करने के बाद भिंड जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। गत्ता लगा देख जिला अस्पताल के चिकित्सक हैरान रह गए और आनन-फानन में गत्ता हटाकर उसके पैर में प्लास्टर कर उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।
CMO ने गत्ता लगाने को सही ठहराया
जानकारी के मुताबिक, पूरन का मिहोना थाना क्षेत्र के अन्तियन के पुरा गांव में एक सड़क हादसे में शनिवार को उस समय पैर टूट गया था, जब वह मोटरसाकिल से अपने बहनोई प्रदीप के साथ अपने घर लौट रहा था। इसके बाद उसे रौन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए 108 एम्बुलेंस से लाया गया था। वहीं, भिंड जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) जे एस राजपूत ने पैर पर गत्ता लगाने के तरीके को सही ठहराया है।
मंत्री ने दिये जांच के आदेश
राजपूत ने मामले को दबाने का प्रयास करते हुए कहा, ‘प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण इस तरह का तरीका अपनाकर जिला अस्पताल भेज दिया जाता है। यह तरीका सही है, गलत नहीं है।’ इसी बीच, मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।