मुस्लिम युवक से निकाह का विरोध कर रही थी महिला, प्रेमी संग बेटी ने ही घोंट दिया गला
July 20, 2023कानपुर के महाराजपुर में छह साल पहले हुई एक अधेड़ महिला की हत्या के मामले में कोर्ट ने आज अपना फैसला सुना दिया है. अदालत ने अपने फैसले में पहले महिला की सगी बेटी और उसके प्रेमी को दोषी करार दिया और फिर दोनों को उम्र कैद की सजा सुनाते हुए 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है.
मामले की सुनवाई कानपुर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अखिलेश्वर मिश्रा की अदालत में हुई. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद इस केस को जघन्य करार दिया है. हालांकि चूंकि वारदात में क्रूरता नहीं दिखी, इसलिए अदालत ने आरोपियों को फांसी देने से इंकार कर दिया.
उधर, कोर्ट का फैसला आते ही महिला के भाई रामप्रकाश ने संतोष प्रकट किया. उन्होंने ही अपनी भांजी और उसके मुस्लिम प्रेमी के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज कराया था. यह वारदात कानपुर के महाराजपुर थाना क्षेत्र में साल 2017 में अंजाम दिया गया था. उस समय मृत महिला सरोजनी शाहू के भाई राम प्रकाश ने अपनी भांजी और उसके प्रेमी के खिलाफ हत्या का नामजद केस दर्ज कराया था. बताया था कि उनकी भांजी ज्योति शाहू के एक मुस्लिम युवक के साथ प्रेम संबंध थे और वह उससे निकाह करना चाहती थी. उनकी बहन सरोजनी उनके प्रेम प्रसंग का विरोध कर रही थी.
इसके बाद ज्योति ने प्रेमी मोईन के साथ निकाह कर माहिरा बन गई. इसके बाद ज्योति ने अपने मोईन के साथ मिलकर उनकी बहन का तकिए से गला घोंट दिया. इस संबंध में पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद इन दोनों को निकाह पढ़ाने वाले मौलवी अबसरूद्दीन को गवाह बनाते हुए निकाह के दस्तावेज कोर्ट में पेश किए थे.
केस डायरी के मुताबिक वारदात के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार होगए थे, हालांकि कुछ ही दिन पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मामले की सुनवाई कानपुर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश 14 अखिलेश्वर मिश्रा की कोर्ट में हुई. जहां छह साल बाद दोनों आरोपियों को अदालत ने दोषी करार देते हुए सजा सुनाई है.
कोर्ट का फैसला आने के बाद सरोजनी के भाई रामप्रकाश ने मीडिया से बात की. कहा कि उनकी बहन सरोजनी शाहू की आत्मा को अब शांति मिलेगी. उन्होंने घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी बहन की शादी चकेरी के सफीपुर निवासी उमाशंकर शाहू के साथ हुई थी. सरोजनी की यह दूसरी शादी थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही उसके बहनोई उमाशंकर की मौत हो गई. ज्योति उनकी इकलौती बेटी थी. रामप्रकाश ने बताया कि पिता की मौत के बाद ज्योति के अपने पड़ोसी मोईन अली के साथ प्रेम संबंध बन गए.
उनकी बहन शुरू से ही ज्योति को रोकने का प्रयास कर रही थी. बावजूद इसके दोनों चोरी छुपे मिलते रहे. बताया कि 18 अक्तूबर 2017 को वह अपने भाई मनोज के साथ बहन से मिलने के लिए सफीपुर आए. यहां पहले से घर में मोईन और ज्योति मौजूद थे. ये दोनों उनकी बहन पर शादी के लिए दबाव बना रहे थे. उनकी बहन ने इंकार किया तो मोईन ने देख लेने की धमकी दी और वहां से चला गया. यह सबकुछ देखने के बाद वह दोनो भाई तो अपने घर लौट आए, लेकिन अगले ही दिन खबर मिली कि उनकी बहन की मौत हो चुकी है.