Poha vs Rice: पोहा या चावल! दोनों में से क्या हेल्दी? यहां जानिए जवाब
June 22, 2023ब्रेकफास्ट में अब पराठे से ज्यादा पोहा खाने का ट्रेंड बढ़ गया है. कारण ये भी है कि पोहा खाने में लाइट है और जल्दी ही तैयार हो जाता है. कुछ लोग इसे चावल के मुकाबले ज्यादा हेल्दी विकल्प मानते हैं. हालांकि, पोहे और चावल में कोई ज्यादा अंतर नहीं लेकिन दोनों के पोषक तत्व अलग-अलग हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो पोहे में चावल के कैलोरी काउंट कम होता है और फाइबर ज्यादा होता है. आइए जानते हैं कि आखिर पोहा, चावल के मुकाबले कैसे हेल्दी है.
क्यों ज्यादा हेल्दी है पोहा?
पोहे को पॉलिश नहीं किया जाता है और इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है. फाइबर से ब्लड शुगर को रेग्युलेट करने के साथ-साथ पाचन तंत्र बेहतर बनाने में मदद मिलती है. इसके अलावा, पोहा आयरन से भी भरपूर होता है, जिसे खाने से एनीमिया वाले लोगों को फायदा मिलता है. पोहा बनाने के लिए चावल को प्रोसेस करने से उसमें आयरन की मात्रा काफी बढ़ जाती है. आयरन के अवशोषण को बढ़ाने के लिए पोहे में नींबू का रस मिलाने की सलाह दी जाती है.
पोहा को पेट के लिए हल्का माना जाता है, जिससे आप बिना वजन बढ़ाए भरा हुआ महसूस करते हैं। इसके अलावा, ड्रायनेस प्रोसेस के कारण फर्मेंटेशन से पोहा प्रोबायोटिक हो जाता है. ये गट हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है.
ज्यादा कैलोरी नहीं
पोहे में आमतौर पर पके हुए चावल की तुलना में कम कैलोरी पाई जाती है. यह कम कुकिंग प्रोसेस से बनता है. कैलोरी मैनेज करने वाले लोगों के लिए पोहा बेहतर है. कम प्रोसेस होने की वजह से पोहे में ज्यादा फाइबर पाया जाता है. फाइबर से पाचन संबंधी स्वास्थ्य नहीं होती और साथ ही ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है. इसके अलावा, वजन को कम करने में भी ये काफी फायदेमंद है. पोहा आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है. आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन और आयरन की कमी वाले एनीमिया की रोकथाम के लिए जरूरी है.