32 प्रतिशत आरक्षण के लिए अध्यादेश जारी कराने, तमिलनाडु राज्य की तर्ज को लेकर सौपा ज्ञापन
September 30, 2022कांकेर,30 सितम्बर । छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ कांकेर से 32 प्रतिशत आरक्षण के लिए अध्यादेश जारी कराने और अध्यादेश के माध्यम से प्रदेश के विधानसभा से तमिलनाडु सरकार की तर्ज पर 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण के कानुन बनाने का ज्ञापन सौपा गया। कांकेर जिला के लोकसभा क्षेत्र कांकेर के सांसद मोहन मण्डावी और विधानसभाक्षेत्र कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी, अंतागढ़ विधायक अनुप नाग, भानुप्रतापपुर विधायक मनोज मण्डावी को सौपा गया। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि डिप्टी सेक्रेटरी मिनिस्ट्री ऑफ पर्सनल, पब्लिक ग्रिवेंसेस एण्ड पेंशस, डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एण्ड ट्रेनिंग, भारत सरकार, नई दिल्ली का ऑफिस मेमोरेण्डम दिनांक 5 जुलाई 2005 में ‘ सी ’और ‘डी’ पदो की भर्ती की लिए छत्तीसगढ़ राज्य में अनुसूचित जाति वर्ग की आरक्षण 12 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति वर्ग की आरक्षण 32 प्रतिशत और अन्य पिछड़े वर्गो के लिए 6 प्रतिशत का उल्लेख किया गया है ।
छत्तीसगढ़ राजपत्र के अनुसार छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए क्रमशः 12 प्रतिशत, 32 प्रतिशत, 6 प्रतिशत आरक्षण प्रतिशत 16 मार्च 2012 से लागु किया गया है। जबकि इस आदेश को गुरू घासीदास समिति से 27 मार्च 2011 को उच्च न्यायालय में याचिका क्रमांक 592/2012 दायर किया गया। जिसकी सुनवाई दिनांक 19 सितम्बर 2022 को लिए गए फैसला अनुसार न्यायालय से पुनः 58 से 50 प्रतिशत किया गया है। इस फैसला से आदिवासी समाज काफी आक्रोश और आंदोलित है। इस कारण ज्ञापन के माध्यम से अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण प्रतिशत को जनसंख्या के आधार पर अनुसूचित जनजाति वर्ग के 32 प्रतिशत को यथावत रखने के लिए अध्यादेश जारी कराने, अध्यादेश के माध्यम से प्रदेश के विधान मण्डल से तमिलनाडु सरकार की तर्ज पर 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण अधिनियम के कानुन बनाने की मांग किया गया है
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष सदेसिंह कोमरे, जिला अध्यक्ष देवलाल दुग्गा, उपाध्यक्ष आर.पी. नेताम, महासचिव विजय कुमार नाग, कोषाध्यक्ष महेश मरकाम, सचिव संतोष दुग्गा, बिरझु कवाची, आर.पी. मण्डावी, कोमल नेताम, किसुन हिचामी, नेमचंद कांगे, दिनेश नाग, रिगवती वट्टी, तारा पोटाई, शंकुतला तारम, डॉ0 नरेन्द्र राणा, किरण कुुमार भण्डारी, गणेश सहारे, रविशंकर नेताम, दीपक नाग, धनंजय नाग, राधेलाल नुरूटी, सराधु मण्डावी, बी.एल. कोमरे, दुश्यंत गावड़े, कमलेश गावड़े, श्याम लाल दुग्गा, एम.आर. कचलाम, सुशीला उईके, अनसुईया धु्रव, रूखमणी धु्रव, कांशी राम दर्रो, अशोक तेता, लाल सिंग पोटाई, मनोज मण्डावी, शिवप्रसाद कोड़ेपी, रामदयाल आंचला, वंदना आंचला, आर.आर हिड़को, चरण सिंह ठाकुर, आशीष पवार, हरिश चंद कांगे आदि उपस्थित थे।