KORBA : मां मड़वारानी मंदिर में घटस्थापना के साथ नवरात्रि पर्व की हुई शुरुआत
September 30, 2022कोरबा, 30 सितम्बर । जिले के करतला विकासखंड में स्थित मड़वारानी मंदिर में पंचमी शुक्रवार को घटस्थापना के साथ पर्व की शुरुआत हुई। पर्वतवासिनी शक्ति अनुष्ठान के प्रतीक देवी मंदिर का क्षेत्र भर में विशेष स्थान है। अनुष्ठान शुरुआत के साथ श्रद्धालुओं की कतार देवी दर्शन के लिए अब धीरे धीरे बढ़ाने लगी है। त्रयोदशी तक चलने वाली उत्सव में सप्तमी व नवमीं तिथि को भी विशेष अनुष्ठान किया जाएगा।
मड़वारानी एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां नवरात्र के पांचवें दिन से ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करने का विधान है। पहाड़ उपर कलमी पेड़ के नीचे पांच महाशक्तियों के साथ विराजमान देवी की मंदिर है। क्वांर शुक्ल पक्ष के त्रयोदशी तक चलने वाली पर्व में पांच हजार ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए। शक्ति अनुष्ठान के प्रतीक देवी मंदिरों में मंड़वारानी मंदिर का विशेष स्थान है। लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र देवी मंदिर में पूजा विधान अन्य शक्ति स्थलों से भिन्न है। यहां क्वांर नवरात्रि में जवारा कलश का विशेष महत्व रहता है।
मड़वारानी मंदिर पहाड़ उपर 600 फीट की ऊंचाई में स्थित मंदिर तक पहुंचने के मार्ग को सुगम बनाया गया है। पहाड़ के उपर तक वाहन से पहुंचा जा सकता है। पर्व में बढ़ने वाली भीड़ को देखते हुए आगामी त्रयोदशी तक वाहनों का उपर ले जाना वर्जित कर दिया है। मंदिरों में पूजा आराधना का दौर नवरात्रि की शुरुआत हुई है। अन्य मंदिरों की तुलना में यहां सप्तमी पूजा का विधान भी भिन्न है। मंदिर में बलि प्रथा नहीं है बल्कि इस दिन देवी मां को खीर का कलेवा चढ़ाकर भक्तों को बांटा जाता है। देवी माता के बारे में कई तरह की जनश्रुतियां हैं। जिसमें स्थानीय लोगों का कहना है कि विभिन्न रूप धारण कर देवी माता आसपास गांव व हाट बाजारों में आती हैं। भीड़ के बीच दूर से दिखाई देती हैं, लेकिन निकट जाने पर अंर्तध्यान हो जाती हैं। देवी के प्रति लोगों की आस्था ऐसी है कि करतला विकासखंड के अधिकांश ग्राम पंचायतों में मंड़वारानी मंदिर स्थापित है, जहां चैत्र और क्वांर नवरात्रि में पूजा होती है। श्रद्धालु भक्तों की माने तो निर्मल श्रद्धा लेकर आने वाले हर भक्तों की मनोकामना माता पूरी करती हैं।