पुलिस ने डोडा बेचकर जमा 5 हजार 300 रुपैये के साथ छह मोबाइल बरामद
November 18, 2022अररिया ,18 नवम्बर । फारबिसगंज थाना की पुलिस ने फारबिसगंज-अररिया मुख्य मार्ग एनएच 57 से सटे दो ढाबा में छापेमारी कर नशे में प्रयुक्त होने वाले डोडा के साथ चार लोगों को आज गिरफ्तार किया है।फारबिसगंज एसडीपीओ शुभांक मिश्रा के नेतृत्व में फारबिसगंज थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की। पुलिस ने 7 किलो 380 ग्राम डोडा,छह मोबाइल और डोडा की बिक्री कर जमा किये गये 5 हजार 300 रुपैया बरामद किया। मामले में पुलिस ने राजस्थान के वाडमेर के देवेन्द्र चौधरी और उसके सगे भाई अशोक चौधरी के साथ हेमा पेट्रोल पंप स्थित दसमेरा ढाबा के संचालक पंजाब के मूंगा जिला के रणसिंह खुर्द के तेजेन्द्र सिंह और पंजाब के मूंगा जिला के ही बुजुर्ग हमीरा नेहाल सिंह बाला के रहने वाले सुखभेन्द्र सिंह पिता-विक्कर सिंह को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना अचानक छापेमारी कर की।फारबिसगंज एसडीपीओ शुभांक मिश्रा के अलावे फारबिसगंज थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेन्दु,एसआई रौनक कुमार,मसरूर आलम और पुलिस बल छापेमारी ।के शामिल थे।पुलिस ने डोडा बेचकर जमा 5 हजार 300 रुपैये के साथ छह मोबाइल बरामद किया है। डोडा के बारे में जानकारी देते हुए एसडीपीओ शुभांक मिश्रा ने बताया कि पोस्ता के सूखे फल के छिलके को डोडा कहते हैं। जिसे पानी में भिगोकर शेष रहे अफीम के निर्यास को घोलकर निकाल लिया जाता है। इसमें से मॉरफीन और कोडीन निकाले जाते हैं, जो दवाइयों में काम आते हैं। अफीम में साधारणत: 8 से 13 प्रतिशत मॉरफीन होता है, अधिक से अधिक 22.8 प्रतिशत।
डोडा का इस्तेमाल नशे के रूप में किया जाता है और इन दिनों एनएच के नजदीक के ढाबों में इसका बकायदा काफी इस्तेमाल किया जाता है।एकबार आदि होने के बाद नशेड़ी इसके बिना नहीं रह सकते हैं।सामान्यतया यह तीन हजार रुपैये आरती किलोग्राम के हिसाब से बिक्री होती है।लेकिन खुले बाजार में इसकी बिक्री पर रोक है।उंन्होने इस तरह के मामले अन्य ढाबों में चलने की आशंका जाहिर करते हुए जांच कर कार्रवाई की बात कही।