कोरबा:ग्राम पंडरीपानी के आश्रित ग्राम में पानी की किल्लत से ग्रामीणों को मजबूरन पीना पड़ रहा है ढोडी का मटमैला पानी

कोरबा:ग्राम पंडरीपानी के आश्रित ग्राम में पानी की किल्लत से ग्रामीणों को मजबूरन पीना पड़ रहा है ढोडी का मटमैला पानी

May 23, 2025 Off By NN Express

(कोरबा) ग्राम पंडरीपानी के आश्रित ग्राम में पानी की किल्लत से ग्रामीणों को मजबूरन पीना पड़ रहा है ढोडी का मटमैला पानी
कोरबा : कोरबा जिले के ग्राम पंचायत पंडरीपानी के आश्रित ग्राम में इन दिनों भीषण गर्मी के चलते पानी की किल्लत ने ग्रामीणों का जीवन मुश्किल कर दिया है। ग्रामीणों को मजबूरन खेत के कच्चे ढोडी का मटमैला पानी पीना पड़ रहा है, जिससे जल जनित रोगों का खतरा बढ़ गया है।
ग्रामीणों का आरोप लगाते हुए कहना है कि ग्राम में हैंडपंप का सुधार नहीं हो पाने के चलते उन्हें पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बीते कई सालों से ग्रामीण ढोडी का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने बताया की सरपंच सचिव से इसके लिये फरियाद लगाई है, लेकिन अभी तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बनाई गई है। ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे उनकी समस्या और भी बढ़ जाती है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम में पीने के पानी की व्यवस्था, सड़क, बिजली और शौचालय मूलभूत सुविधाओं की कमी हैं। पीएम आवास योजना के तहत भी कई लोगों को लाभ नहीं मिल पाया है, और राशन कार्ड बनाने में भी समस्याएं आ रही हैं। ग्रामीणों ने आगे बताया कि सरपंच और पंच ने उन्हें केवल आश्वासन दिया है, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव में पीने के पानी की व्यवस्था की जाए और मूलभूत सुविधाओं की कमी को दूर किया जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक प्रशासन उनकी समस्या का समाधान नहीं करता, तब तक उन्हें मजबूरन ढोडी का मटमैला पानी पीना पड़ेगा, जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव में जल्द से जल्द पीने के पानी की व्यवस्था की जाए और उनकी समस्या का समाधान किया जाए।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ग्राम में पीने के पानी की व्यवस्था की जाए और मूलभूत सुविधाओं की कमी को दूर किया जाए। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें पीने के पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे उनकी समस्या और भी बढ़ जाती है। ग्राम में लगे हैंडपंप का सुधार किया जाए और पीने के पानी की व्यवस्था की जाए। ग्रामीणों ने बताया कि जब तक प्रशासन उनकी समस्या का समाधान नहीं करता, तब तक उन्हें मजबूरन ढोडी का मटमैला पानी पीना पड़ेगा, जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा की प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह ग्रामीणों की समस्या का समाधान करे और उन्हें मूलभूत सुविधाएं प्रदान करे। प्रशासन को चाहिए कि वह ग्राम में पीने के पानी की व्यवस्था करे और ग्रामीणों की समस्या का समाधान करे। प्रशासन को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि ग्रामीणों को समय पर राशन मिले, पीएम आवास योजना का लाभ मिले और शौचालय और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह ग्रामीणों के जीवन को सुधारने के लिए काम करे और उनकी समस्या का समाधान करे।