राजस्व मंत्री वर्मा ने सांकरा उपार्जन केंद्र में धान खरीदी का शुभारंभ किया

राजस्व मंत्री वर्मा ने सांकरा उपार्जन केंद्र में धान खरीदी का शुभारंभ किया

November 14, 2024 Off By NN Express

किसानों को धान विक्रय में सहूलियत के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था के निर्देश

रायपुर । राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने 14 नवंबर को तिल्दा विकासखंड के ग्राम सांकरा में विधिवत पूजा अर्चना कर समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में से एक धान खरीदी का आज प्रदेश में प्रारम्भ हो गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों के जीवन में समृद्धि, आत्मनिर्भरता, विकास और खुशहाली के लिये योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। राज्य के सभी 2739 उपार्जन केंद्रों में 14 नवम्बर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक  किसानों से समर्थन मूल्य पर धान क्रय किया जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने सांकरा उपार्जन केंद्र में शेड निर्माण के लिए 10 लाख रुपए की घोषणा की।

ज्ञात हो कि सभी उपार्जन केन्द्रों में बायोमैट्रिक डिवाईस के माध्यम से उपार्जन की व्यवस्था की गई है। छोटे, सीमांत और बडे़ कृषकों के द्वारा उपजाये गए धान को निर्धारित समर्थन मूल्य में खरीदा जाएगा। इसके लिए 07 नवंबर से ही टोकन आवेदन की व्यवस्था आरंभ कर दी गई है। खरीदी सीजन में लघु एवं सीमांत कृषकों को अधिकतम 2 टोकन एवं बडे़ कृषकों को 3 टोकन की पात्रता होगी। खरीदी केंद्रों में तौल हेतु इलेक्ट्रानिक कांटा-बांट  की व्यवस्था किया गया है। खरीदी केंद्रों से धान का उठाव मिलर एवं परिवहनकर्ता के माध्यम से समयानुसार कराने के निर्देश दिये गये हैं। सभी खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था से लेकर किसानों के लिए छाया, पानी आदि की व्यवस्था की गई है।

उपार्जन केंद्रों में धान विक्रय करने आये किसानों को किसी भी समस्या या शिकायत के  निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर भी चस्पा कर दिये गये हैं। विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण हेतु कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है, जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले किसानों को समय पर भुगतान हेतु मार्कफेड द्वारा राशि की व्यवस्था कर ली गई है। समितियों में राशि आहरण हेतु ‘‘माइक्रो एटीएम’’ की व्यवस्था भी दी जा रही है, जिससे कि किसानों को सुविधा हो। किसानों द्वारा समिति में धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में अंतरित कर दी जायेगी।