कलेक्टर द्वारा संबंधित अधिकारियों को अलग-अलग आयामों में काम करने के निर्देश से हितग्राहियों को हो रहा लाभ
November 7, 2022जांजगीर-चांपा ,07 नवम्बर I जिले में अब रोजगार के अवसर बढ़ने स्व सहायता समूह और ग्रामीणों के आय में बढ़ोतरी हो रही है। सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत निर्मित गौठनों में विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियां संचालित की जा रही है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा द्वारा संबंधित अधिकारियों को अलग-अलग आयामों में काम करने के निर्देश दिए जा रहे हैं जिसका लाभ हितग्राहियों को प्राप्त हो रहा है। जिले में गौठान के माध्यम से स्व सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने विभिन्न प्रकार की आजीविका मूलक गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है जिससे वे आत्मनिर्भर बन सके और अपने परिवार की आर्थिक मदद कर सके।
उज्जवला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने अब तक बैंगन, भिंडी, टमाटर, बरबट्टी, लौकी, करेला सब्जी विक्रय कर 58 हजार 500 रुपए की आमदनी प्राप्त कर चुकी हैं। सहायक संचालक उद्यानिकी विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम अमोरा के गौठान में उज्जवला स्व सहायता समूह की महिलाएं बाड़ी विकास का लाभ उठाते हुए सामूहिक रूप से गौठान में हरी सब्जियों का उत्पादन कर उसे बाजारों में उचित मूल्य पर विक्रय कर रही हैं। जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है। यहां स्थानीय बाजारों में ताजा सब्जियों की मांग भी अधिक है जिससे उनकी सब्जियां आसानी से विक्रय हो जाती है।
समूह की महिलाएं बाजारों में सब्जियों की मांग को देखते हुए और भी अन्य सब्जियों का उत्पादन कर रही है जिससे उनके समूह को आर्थिक रूप से अधिक लाभ प्राप्त हो रहा है। समूह की महिलाओं द्वारा गौठान में बैगन, भिंडी, टमाटर, बरबट्टी, लौकी और कलेरा कैसे सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है।
अभी तक समूह की महिलाएं बैंगन 500 किलो, भिंडी 2000 किलो, टमाटर 100 किलो, बरबट्टी 500 किलो, लौकी 100 किलो और करेला 200 किलो बेंच चुकी हैं । जिससे उन्हें 58,500 रुपये का लाभ प्राप्त हो चुका है। उनके समूह में कुल सदस्यों की संख्या 10 है और वे सभी मिलकर गोठान अंतर्गत 2 एकड़ में सब्जी की खेती कर रहीं हैं।
सरस्वती स्वसहायता समूह की महिलाओं को भी हुआ लगभग 45 हजार का लाभ प्राप्त
इसके अलावा जिले में पुटपुरा गोठान की सरस्वती स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा भी गोठान अंतर्गत 3 एकड़ जमीन पर सब्जी और फूलों की खेती की जा रही है। उनके द्वारा गौठान अंतर्गत बाड़ी में प्याज, टमाटर, बरबट्टी, भाजी, भिंडी, मटर, बैंगन और गेंदा फूल का उत्पादन किया जा रहा है। जिनसे उन्हें 45,500 रुपये का लाभ प्राप्त हो चुका है। समूह ने इस पैसे का उपयोग प्रतिमाह 1000 रुपये लोन जमा करने, पुनः बाड़ी निर्माण कार्य करने और शेष राशि खाते में जमा किए हैं।