धोखाधडी करने वाला बैंक केसियर आरोपी को कोण्डागांव पुलिस ने किया गिरफ्तार
November 5, 2022कोण्डागांव ,5 नवंबर I प्राथीर् रामदयाल गुप्ता एवं उसका लडका संजय गुप्ता के नाम से संयुक्त खाता सेन्ट्ल बैंक आॅफ इंडिया शाखा कोण्डागांव में खाता क्रमांक 3225454379 खोलवाये है जिसमें 14,00,000 रूपये जमा था । दिनांक 07.09.2022 को प्राथीर् खाता से 10,000 रूपये निकालने गया तो पता चला कि दिनांक 16.04.2022 को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा 2 लाख रूपये निकाला गया है। तब प्रार्थी द्वारा बैंक मेेनेजर के पास जाकर बताया कि 2022 में पहली बार रूपये निकालने आया हु बताने पर बैंक मैनेजर नेे उस दिन का विड्राल फार्म पर्ची चेक कर दिखाया। विड्राल फार्म पर्ची भरकर किसी ब्यक्ति ने प्रार्थी का फर्जी हस्ताक्षर कर दो लाख रूपये आहरण कर लिया था।
तब बैंक मेनेजर के द्वारा पूर्व बैंक केसियर अमित मिंज को बुलाकर प्रार्थी के समक्ष पूछताछ करने पर पूवर् कैसियर अमित मिंज ने स्वीकार किया कि प्रार्थी के खाता से विड्राल फॉर्म भरकर प्रार्थी का फर्जी हस्ताक्षर कर दिनांक 16.04.2022 को दो लाख रूपये निकाल कर अपने काम में खर्च करना बताया। बैंक मेनेजर के द्वारा पूछताछ करने पर दो लाख रूपये वापस कर दुंगा कहकर दिनांक 10.09.2022 को प्रार्थी के खाता में अमित मिंज के द्वारा दो लाख रूपये जमा किया है।
सेंट्ल बैंक ऑफ इंडिया शाखा कोण्डागांव के पूर्व केसियर अमित मिंज के द्वारा प्रार्थी के खाता से दो लाख रूपये विड्ाल फामर् भरकर प्रार्थी का फजीर् हस्ताक्षर कर दो लाख रूपये निकाल कर अपने काम में खर्च कर प्रार्थी के साथ धोखाधडी किया है प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना कोंडागांव में अपराध क्रमांक 344/2022 धाराः- 420, 409, 467, 468,471 भा0द0वि0 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामले की जानकारी होते ही कोण्डागांव पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल (भा0पु0से0) द्वारा आरोपी को तत्काल पतासाजी कर गिरफ्तार करने की आदेश से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल के मागर्दशर्न एवं कोण्डागांव एसडीओपी निमितेश सिंह के पयेर्वेक्षण में आरोपी अमित मिंज पिता जुलियस मिंज उम्र 32 वषर्, निवासी जशपुर, छ0ग0 के खिलाफ घटना कारित करने का अपराध सबुत पाये जाने से आरोपी को दिनांक 04.11.2022 को गिरफ्तार कर मााननीय न्यायालय पेश किया गया है।
सम्पूर्ण कायर्वाही में निरीक्षक भीमसेन यादव थाना प्रभारी कोण्डागांव, प्रधान आरक्षक नरेन्द्र देहारी, महिला प्रधान आरक्षक विमला माला की अहम भूमिका रही।