शेख हसीना के करीबी गुलाम दस्तगीर गाजी गिरफ्तार
August 25, 2024ढाका/नई दिल्ली,25 अगस्त। बांग्लादेश में शेख हसीना के शासन के खिलाफ शुरू हुई हिंसा के बाद हालात भले ही कुछ हद तक शांत हुए हों, लेकिन तनाव अब भी बना हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भी उनके करीबियों पर सख्ती जारी है। हाल ही में, देश के पूर्व कपड़ा एवं जूट मंत्री गुलाम दस्तगीर गाजी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शनिवार देर रात गिरफ्तारी
सूत्रों के अनुसार, 76 वर्षीय नेता गुलाम दस्तगीर गाजी को शनिवार देर रात राजधानी ढाका के पियरगोली इलाके में एक घर से तड़के करीब तीन बजे हिरासत में लिया गया। पलटन पुलिस थाने के प्रभारी मुल्ला मोहम्मद खालिद हुसैन ने पुष्टि की कि गाजी को ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) कार्यालय में ले जाकर गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के पीछे का मामला
हालांकि, पुलिस अधिकारी ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि किस मामले में पूर्व मंत्री को गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्टों के मुताबिक, हाल की हिंसा के बाद पुलिस स्टेशन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, और गाजी को डीबी कार्यालय में रखा गया है।
पहले भी हो चुकी है सख्ती
गौरतलब है कि इससे पहले नारायणगंज के रूपगंज पुलिस स्टेशन में शेख हसीना और गुलाम दस्तगीर गाजी सहित 105 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। जनवरी में अवामी लीग के चुनाव चिन्ह के साथ हुए 12वें संसदीय चुनाव में गाजी, नारायणगंज के रूपगंज-1 निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए थे।
शनिवार को ढाका की एक अदालत ने शेख हसीना के निजी उद्योग मामलों के सलाहकार सलमान एफ रहमान, पूर्व कानून मंत्री अनीसुल हक, पूर्व सामाजिक कल्याण मंत्री दीपू मोनी, और अन्य को हत्या के मामलों में पूछताछ के लिए रिमांड पर भेज दिया।
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद की स्थिति
बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में सैकड़ों लोग मारे गए थे। इसके बाद 5 अगस्त को जबरदस्त विरोध प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत रवाना हो गई थीं। उनके इस्तीफे के बाद, आवामी लीग के कई सदस्यों पर हत्या के मामले दर्ज किए गए।
नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के गठन के बाद से शेख हसीना के कई करीबियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गाजी की गिरफ्तारी इसी क्रम में सबसे ताजा घटना है, जिससे देश में तनाव और बढ़ गया है।