सरकार आतंकवाद को उसी भाषा में जवाब दे–दीपक हुड्डा
July 10, 2024चंडीगढ़ । सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सरकार से सरकार आतंकवाद को उसी की भाषा में जवाब देने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार आतंकवाद से लड़ने के लिये जो भी कदम उठायेगी उसके साथ सभी राजनीतिक दल और देशवासी मजबूती से खड़े रहेंगे। कांग्रेस पार्टी हमेशा जिम्मेदार विपक्ष के रूप में सरकार का सहयोग करने के लिये तत्पर हैं।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कठुआ में हुए आतंकी हमले में मातृभूमि के लिये सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद सैनिकों की शहादत को नमन किया। उन्होंने कहा कि चिंता की बात है कि जिस क्षेत्र में हमेशा शांति रही, आज वो क्षेत्र आतंकी हमलों की चपेट में आ गया है। जम्मू में पहली बार ऐसी स्थिति बनी है। सरकार इसका संज्ञान ले और सबको विश्वास में लेकर देश की सुरक्षा के लिये सभी आवश्यक कदम उठाए। हमारे लिये देश हित और देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।
उन्होंने जम्मू क्षेत्र में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक महीने के अंदर ये पांचवां आतंकी हमला है। सरकार को इन घटनाओं को गंभीरता से लेना चाहिए। पहली बार ऐसा दिखायी दे रहा है कि जम्मू क्षेत्र के दक्षिण में पीर पांजाल क्षेत्र के कठुआ, रियासी, जम्मू, डोडा, कुलगाम को आतंकवादियों ने अपनी हरकतों का नया केंद्र बनाया है।
जबकि जम्मू-कश्मीर के लोग शांति चाहते हैं इसका स्पष्ट प्रमाण ये है कि लोकसभा चुनाव में 58 प्रतिशत लोगों ने अपना मत डालकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी भागीदारी की। उन्होंने कहा कि सैन्य विशेषज्ञों का स्पष्ट तौर से मानना है कि आतंकी कश्मीर घाटी से ध्यान हटाकर पीर पंजाल रेंज के दक्षिण में जम्मू क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसका प्रमुख कारण ये है कि लद्दाख क्षेत्र में सैन्य तैनाती की वजह से जम्मू क्षेत्र में सैन्य तैनाती में कमी आयी है। सरकार को पहले से ही सचेत रहना चाहिए था। सरकार इस मामले में जमीनी सच्चाई को लेकर उतनी गंभीर नहीं है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कई प्रमुख आतंकी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 2023 में आतंकी हमलों में मारे गए आम नागरिक और सुरक्षा बल का प्रतिशत 48% था, जो अब तक का सबसे अधिक है, यानी 2004 के 46% से भी अधिक। कुल हताहतों का प्रतिशत उसी स्तर पर हैं जो 20 साल पहले एनडीए-1 के समय में थे। जबकि यूपीए सरकार के समय हताहतों की कुल संख्या में काफी कमी आई थी।
दीपेन्द्र हुड्डा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की बात दोहराते हुए कहा कि लगातार हो रहे आतंकी हमलों का हल कठोर कार्रवाई से होगा, न खोखले वादों से न झूठे भाषणों से होगा। दक्षिण एशियाई आतंकवाद पोर्टल के आंकड़ों का हवाला देते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने यह भी कहा कि आंकड़े बताते हैं कि जम्मू क्षेत्र में 2023 के बाद आतंकी घटनाओं में आम नागरिकों और सुरक्षा बलों के शहीदों की संख्या दोगुनी हुई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जब भी कोई बड़ी स्कीम लेकर आती है तो दावा करती है कि इससे आतंकवाद समाप्त हो जायेगा। जैसे नोटबंदी के समय दावा किया गया कि इससे काला धन और आतंकवाद जैसी समस्याएं खत्म हो जायेंगी। जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य दर्जा समाप्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने तक, सरकार ने दावा किया था कि प्रदेश से आतंकवाद का सफाया हो जायेगा।
उन्होंने ढुलमुल विदेश नीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि मालदीव और नेपाल जैसे देश भी भारत को आंख दिखा रहे हैं। पाकिस्तान जैसा देश जो बेरोजगारी और गरीबी के दलदल में फंसा हुआ है वो भी आतंकी घटनाओं को प्रायोजित करने का दुस्साहस कर रहा है।