मोदी सरकार में 7 साल में 70 बार पेपर लीक हुआ बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ : धनंजय सिंह ठाकुर
June 23, 2024रायपुर । प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने एंटी पेपर लीक कानून लागू किया है यह नीट परीक्षा में हुई।
गड़बड़ियों पर लीतापोती करने लागू किया गया है यह कानून भविष्य में गड़बड़ियों को रोकेगा अभी वर्तमान में जो नीट की परीक्षा में पेपर लीक हुआ है गड़बड़ियां हुई है उस पर मोदी सरकार मौन क्यों हैं?
24 लाख बच्चों के भविष्य के साथ मोदी सरकार ने खिलवाड़ किया है। छत्तीसगढ़ में बालोद जिला के दो परीक्षा केंद्र और दंतेवाड़ा परीक्षा केंद्र के बच्चे भी इससे प्रभावित हुए हैं।
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बालोद जिला के दो परीक्षा केंद्रों में हुई गड़बड़ी में सिर्फ एक परीक्षा केंद्र एवं दंतेवाड़ा के परीक्षा केंद्र के बच्चों को फिर से परीक्षा देने की अनुमति दी गई है।
बालोद के दूसरे परीक्षा केंद्र के बच्चों को इसकी अनुमति नहीं मिली है। दंतेवाड़ा परीक्षा केंद्र बालोद परीक्षा केंद्र के बच्चों को अब परीक्षा देने के लिए दूसरे जिला भेजा जा रहा है इससे बच्चों का खर्च भार बढ़ेगा। परिजन भी परेशान होंगे।
प्रदेश कांग्रेस वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा शासित राज्य छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान में यह घटनाएं हुई है यह नीट की तैयारी कर रहे बच्चों के साथ अन्याय हैं मोदी सरकार इस पर कार्यवाही करने के बजाय लीपा पोती करने में जुटी है और पेपर लीक कानून लागू करने की बात करके जिम्मेदारियां से बच रही है। मोदी सरकार के दौरान 7 साल में 70 से अधिक बार पेपर लीक की घटनाएं हुई है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि नीट की परीक्षा में हुई गड़बड़ियों से स्पष्ट हो गया है कि मोदी सरकार बच्चों के भविष्य को लेकर गंभीर नहीं है और परीक्षा में भी लेन देन जोर-शोर से चल रहा है।
करोड़ों रुपए लेकर पेपर लीक किया गया चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है और होनहार छात्र जो नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं अपना भविष्य को संजोय रखे हैं उन्हें धोखा दिया गया है गुजरात में 30 लाख रुपए में प्रति पेपर बेचा गया।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार में कुछ भी सुरक्षित नहीं है पहले सरकारी कंपनियों को बेचा जाता था अब बच्चों के भविष्य को भी बेचा जा रहा है। परीक्षा में चर्चा करने वाले प्रधानमंत्री मोदी अब परीक्षा में हुई गड़बड़ी पर चर्चा करने से बच रहे हैं।
मोदी सरकार को नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए। नीट के अध्यक्ष को हटाना चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए। नीट के परीक्षा को रद्द करके पुनः पेपर देने का अवसर 24 लाख से अधिक बच्चों को देना चाहिए ताकि होनहार बच्चे जो नीट की तैयारी में जुटे हुए हैं उनके साथ न्याय हो।