छत्तीसगढ़: अनियंत्रित पिकअप के खाई में गिर जाने से छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के दो जवानों की मौत..
June 20, 2024अंबिकापुर। झारखंड की सीमा से लगे बलरामपुर जिले के सामरी-चुनचुना मार्ग पर अनियंत्रित पिकअप के खाई में गिर जाने से छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के दो जवानों की मौत हो गई। दुर्घटना में पिकअप का चालक और एक जवान घायल है। इन दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद अंबिकापुर के मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के आलाधिकारी सामरी पहुंच गए हैं।
नक्सल विरोधी अभियान के तहत ड्यूटी के लिए जवान जा रहे थे।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल दसवीं बटालियन के तीन जवान पिकअप वाहन से रामचंद्रपुर से चुनचुना पुंदाग जा रहे थे। इसी दौरान भुताही मोड के पास पिकअप चालक का वाहन पर से नियंत्रण हट गया। तेज गति की पिकअप सड़क किनारे खाई में गिर गई। दुर्घटना में दो जवान की मौके पर ही मौत हो गई है। वहीं, एक जवान और चालक गंभीर रूप से घायल हो गए।
दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्गम क्षेत्र में रात को हादसा होने के कारण बचाव कार्य में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हादसे में वाहन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। बलरामपुर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन शैलेंद्र पांडेय के नेतृत्व में पुलिस और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के अधिकारी जवान घटनास्थल पहुंच गए हैं। अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पाने के कारण मृतकों के संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है।
छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवानों के नक्सल क्षेत्र में पिकअप से जाने को लेकर अभी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। खबर है कि बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर थाना क्षेत्र में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवानों की एक टीम तैनात थी। 40 से 50 जवानों के लिए बस की व्यवस्था की गई थी।
बस से जवानों को रामचंद्रपुर थाने से नक्सल प्रभावित चुनचुना पुनदाग क्षेत्र के लिए रवाना किया गया था, लेकिन तीन जवान पिकअप से कैसे जा रहे थे इस संबंध में फिलहाल स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। दूरस्थ इलाका होने के कारण अधिकारियों से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है।
बताते चलें कि बलरामपुर जिले का चुनचुन पुंदाग झारखंड के बूढ़ा पहाड़ से लगा हुआ है।पूर्व के वर्षों में यह नक्सली गतिविधियों का बड़ा केंद्र हुआ करता था। अब नक्सली गतिविधियों पर विराम लग चुका है लेकिन पुलिस और सुरक्षा बल के जवान लगातार इस क्षेत्र में मूवमेंट करते हैं ताकि चोरी छिपे नक्सलियों को फिर से आने का मौका ना मिले।