शहनाज हुसैन से जानें. गर्मी में कैसे चुनें सही परफ्यूम..
June 11, 2024गर्मियों में पसीने की दुर्गन्ध आम समस्या है, जबकि एक सुखद सुगंध तन और मन दोनों को आनंदित कर देती है। शहनाज हुसैन, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ और हर्बल क्वीन, गर्मियों में परफ्यूम के सही चुनाव पर अपनी विशेषज्ञ सलाह देती हैं।
गर्मियों में परफ्यूम का उपयोग हर कोई पसंद करता है और बाजार में इसकी अनगिनत वैरायटी उपलब्ध है। कुछ लोगों में परफ्यूम लगाने का शौक किसी क्रेज से कम नहीं होता क्योंकि सुगंध से लोग आकर्षित होते हैं।
शहनाज हुसैन का मानना है कि गर्मियों में मूड को खुशमिजाज रखना बेहद जरूरी होता है। अधिकतर लोग इस दुबिधा में रहते हैं कि किस तरह का परफ्यूम लगाया जाए। पसीने की बदबू को रोकने और दिलो-दिमाग में सुकून पाने के लिए ऐसे परफ्यूम की जरूरत होती है जो आपकी त्वचा और व्यक्तित्व दोनों के अनुकूल हो और आपको फील गुड का अहसास करा सके।
सस्ते और घटिया परफ्यूम से स्किन एलर्जी हो सकती है और त्वचा पर छाले पड़ सकते हैं। अगर किसी ब्रांड का परफ्यूम अनुकूल लगता हो तो उसे ही उपयोग में लाएं और बार-बार ब्रांड न बदलें। कभी भी परफ्यूम को शरीर के खुले अंगों पर न लगाएं, क्योंकि इससे रिएक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। परफ्यूम खरीदने से पहले उसमें एसिड की मात्रा जरूर चेक करें, क्योंकि एसिड की अधिकता से खुजली और रैशेस की समस्या हो सकती है। परफ्यूम की उपयोगिता जांचने के लिए इसे अपनी कलाई पर दस मिनट तक लगाएं, और यदि उस भाग पर कोई खुजली या काला धब्बा नहीं पड़ता तो यह आपकी त्वचा के अनुकूल है।
प्राकृतिक खुशबू वाले परफ्यूम हमेशा बेहतर साबित होते हैं। सामान्यतः लड़कियों को हल्के और लड़कों को स्ट्रांग परफ्यूम का उपयोग करना चाहिए। परफ्यूम खरीदने से पहले इसकी सुगंध की जांच स्टोर के बाहर करें, क्योंकि स्टोर के अंदर एयर कंडीशनिंग का असर परफ्यूम की सुगंध पर पड़ता है।
बदलते मौसम में जैसे हम पहनावे, आभूषण, फुटवियर का चुनाव करते हैं, वैसे ही हर मौसम और अवसर पर आपके व्यक्तित्व से मेल खाता हुआ परफ्यूम उपयोग करें तो आप ताजगी और आनंदित महसूस करेंगे। गर्मियों में धूल, मिट्टी, गंदगी और पसीना शाम तक पूरे शरीर को बदबूदार बना देते हैं। ऐसे में आपके शरीर के नेचुरल केमिकल्स के साथ मेल खाते परफ्यूम सबसे बेहतर साबित होंगे।
गर्मियों में जीवन्त और तरोताजा रहना कठिन होता है और हम ज्यादातर समय ठंडक की तलाश में रहते हैं। पसीने की बदबू मूड खराब कर देती है और असहज महसूस कराती है। शरीर से पसीना आना प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन जब यह पसीना बैक्टीरिया से मिलता है तो दुर्गंध पैदा होती है। सही डीओडरेंट, टैल्कम पाउडर और परफ्यूम का चयन पसीने की दुर्गंध से छुटकारा पाने में मददगार साबित होते हैं।
डीओडरेंट पसीने को रोकने का काम करते हैं, और गर्मियों में हल्की खुशबू का डीओडरेंट ज्यादा असरदायक माना जाता है। तेज खुशबू वाले पसीने को रोकने वाले डीओडरेंट के प्रयोग से त्वचा में जलन या रिएक्शन हो सकता है। परफ्यूम के नियमित प्रयोग से पहले उन्हें शरीर के छोटे हिस्से पर आजमाएं। अगर त्वचा पर जलन, झनझनाहट या सिहरन महसूस हो तो ऐसे परफ्यूम का उपयोग तुरंत बंद कर दें।
गुलाब, चंदन और खस प्राकृतिक कूलेंट माने जाते हैं, इसलिए इनके घटकों से बने पाउडर या डीओडरेंट गर्मियों में ज्यादा उपयोगी होते हैं। बाजार में बिकने वाले अधिकतर परफ्यूम रसायनिक पदार्थों के मिश्रण से बने होते हैं।
सही परफ्यूम का चयन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। शारीरिक केमिस्ट्री सबसे महत्वपूर्ण होती है क्योंकि व्यक्तित्व, पसंद और नापसंद अहम भूमिका अदा करती हैं। परफ्यूम को अपनी त्वचा पर परीक्षण के बाद ही प्रयोग में लाएं।
परफ्यूम के चयन में मौसम और वातावरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आर्द्रता भरे गर्म वातावरण में हल्के और ताजगी भरे खुशबू वाले परफ्यूम बेहतर परिणाम देते हैं। तेज खुशबू वाले परफ्यूम असहज कर सकते हैं और सरदर्द का कारण बन सकते हैं। ठंडे और शुष्क वातावरण में तेज खुशबू वाले परफ्यूम प्रभावकारी होते हैं। गर्मियों में गुलाब, चंदन, लैवंडर और लेमन खुशबू वाले परफ्यूम हल्के और ताजगी भरे महसूस होते हैं।
दिन के समय में हल्के परफ्यूम उपयोग में लाएं। सही परफ्यूम का चुनाव आपके व्यक्तित्व से जुड़ जाता है और आपके लाइफस्टाइल की निशानी बन जाता है।
– शहनाज हुसैन, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ और हर्बल क्वीन