छत्तीसगढ़: लाठी के चक्कर में बुरे फंसे महंत : निर्वाचन आयोग ने दिए कार्रवाई के निर्देश…
April 5, 2024
रायपुर । प्रधानमंत्री मोदी पर दिए अपने बयान के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत बुरी तरह फंस गए हैं। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर भी उठाया गया है। इसके बाद शुक्रवार को निर्वाचन आयोग ने चरणदास महंत के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दे दिया है।
बता दें, चरणदास महंत ने 3 अप्रैल को राजनांदगांव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के नामंकन रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिर पर लाठी मारने कहा था। हालांकि, अगले दिन अपने बात से पलटते हुए उन्होंने बयान जारी कर कहा कि छत्तीसगढ़ी नहीं समझने वाले लोग मेरी बात को समझ नहीं पाए और इसे खामोख्वाह बात का बतंगड़ बना रहे हैं।
इसके बाद भाजपा इसको लेकर आक्रमक हो गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाबी हमला करते हुए कहा कि हिम्मत है तो पहले लाठी उन्हें मारे। ऐसे ही वित्त मंत्री ओपी चौघरी ने भी नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ बयान जारी किए। उधर, दिल्ली में बीजेपी के नियमित प्रेस कांफ्रेंस में भी यह मामला उठा और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पार्टी को इस हेट स्पीच के लिए आड़े हाथ लिया।
मामला प्रधानमंत्री से जुड़ा है, लिहाजा निर्वाचन आयोग ने भी इसे गंभीरता से लिया। महंत पार्टी के स्टार प्रचारक हैं, अधिकारियों का कहना है कि स्टार प्रचारक के खिलाफ राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय या डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन आफिसर सीधे एक्शन नहीं ले सकता। इसलिए इलेक्शन कमीशन ने आज दोपहर महंत के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दे दिया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने इसे राजनांदगांव जिला प्रशासन को भेज दिया गया। इलेक्शन कमीशन का आदेश समाचार लिखे जाने तक राजनांदगांव के थाने में पहुंच गया है। मगर पुलिस इस उलझन में है कि किस धारा में अपराध दर्ज किया जाए? क्योंकि राजनीतिक मामलों में गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज होता नहीं। और अब नए कानून के हिसाब से सामान्य धाराएं भी गैर जमानती हो गई हैं। उधर, प्रधानमंत्री और इलेक्शन कमीशन का मामला भी है। ऐसे में लगता है कि एफआईआर आज नहीं तो कल दोपहर तक हो जाएगी।
बता दें, चरणदास महंत ने 3 अप्रैल को राजनांदगांव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के नामंकन रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिर पर लाठी मारने कहा था। हालांकि, अगले दिन अपने बात से पलटते हुए उन्होंने बयान जारी कर कहा कि छत्तीसगढ़ी नहीं समझने वाले लोग मेरी बात को समझ नहीं पाए और इसे खामोख्वाह बात का बतंगड़ बना रहे हैं।
इसके बाद भाजपा इसको लेकर आक्रमक हो गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाबी हमला करते हुए कहा कि हिम्मत है तो पहले लाठी उन्हें मारे। ऐसे ही वित्त मंत्री ओपी चौघरी ने भी नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ बयान जारी किए। उधर, दिल्ली में बीजेपी के नियमित प्रेस कांफ्रेंस में भी यह मामला उठा और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पार्टी को इस हेट स्पीच के लिए आड़े हाथ लिया।
मामला प्रधानमंत्री से जुड़ा है, लिहाजा निर्वाचन आयोग ने भी इसे गंभीरता से लिया। महंत पार्टी के स्टार प्रचारक हैं, अधिकारियों का कहना है कि स्टार प्रचारक के खिलाफ राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय या डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन आफिसर सीधे एक्शन नहीं ले सकता। इसलिए इलेक्शन कमीशन ने आज दोपहर महंत के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दे दिया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने इसे राजनांदगांव जिला प्रशासन को भेज दिया गया। इलेक्शन कमीशन का आदेश समाचार लिखे जाने तक राजनांदगांव के थाने में पहुंच गया है। मगर पुलिस इस उलझन में है कि किस धारा में अपराध दर्ज किया जाए? क्योंकि राजनीतिक मामलों में गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज होता नहीं। और अब नए कानून के हिसाब से सामान्य धाराएं भी गैर जमानती हो गई हैं। उधर, प्रधानमंत्री और इलेक्शन कमीशन का मामला भी है। ऐसे में लगता है कि एफआईआर आज नहीं तो कल दोपहर तक हो जाएगी।