Breaking News : फंदे पर लटक रही थी मां, बेटे ने पुलिस को किया फोन, फिर….

Breaking News : फंदे पर लटक रही थी मां, बेटे ने पुलिस को किया फोन, फिर….

June 30, 2023 Off By NN Express

कोलकाता, 30 जून I पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक महिला फंदे से लटककर जान देने वाली थी. उसने वीडियो कॉल पर मैक्सिको में रहने वाले अपने बेटे की इसकी जानकारी दी. बेटे ने मैक्सिको से कोलकाता पुलिस को फोन किया. कोलकाता पुलिस की तत्परता से महिला की जान बच गई. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मैक्सिको के ग्वाडलाजारा से सरसुना पुलिस स्टेशन में कॉल आई, जिसके बाद सब इंस्पेक्टर मेराज अहमद तुरंत ही अपनी टीम को लेकर रवाना हो गये.

इंस्पेक्टर मेराज अहमद की त्वरित सोच से बेहाला बकुलतला के पास सरकारहाट के एक फ्लैट में रहने वाली 58 वर्षीय महिला की जान बचा ली गई. वह कथित तौर पर फांसी लगाकर अपनी जान देने की कोशिश कर रही थी. इंस्पेक्टर मेराज अहमद की त्वरित सोच से बेहाला बकुलतला के पास सरकारहाट के एक फ्लैट में रहने वाली 58 वर्षीय महिला की जान बचा ली गई. वह कथित तौर पर फांसी लगाकर अपनी जान देने की कोशिश कर रही थी.

पुलिस ने कहा कि उसके तुरंत बाद मैक्सिको से कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाले ने कहा कि उसकी मां, जो गंभीर अवसाद में है, ने उसे वीडियो कॉल पर सूचित किया था कि वह अपना जीवन समाप्त कर रही है.

फांसी के फंदे से झूलने वाली थी महिला

उन्होंने कहा कि हम स्थानीय कॉलर से तुरंत पता प्राप्त करने के बाद ड्यूटी अधिकारी अहमद के साथ महिला नागरिक सिविक वोलेंटियर को अपने साथ लेकर केवल 10 मिनट में फ्लैट पर पहुंच गए. वह महिला फांसी लगाने वाली थी, लेकिन महिला पुलिसकरियों ने फ्लैट का दरवाजा तोड़ दिया.

डीसी (बेहाला) सौम्या रॉय ने कहा कि महिला गंभीर अवसाद से पीड़ित थी क्योंकि वर्तमान में वह घर में अकेली रह रही थी. उनके दोनों बेटे अपने परिवार के साथ क्रमशः मैक्सिको और गुवाहाटी में रह रहे हैं, जबकि उनके पति काम करते हैं और दुर्गापुर में रहते हैं, वह सप्ताहांत पर कोलकाता आते हैं.

पुलिस जारी किए गये हैं कई हेल्पलाइन नंबर

इस घटना ने कोलकाता पुलिस को एक बार फिर विभिन्न नंबरों को लोकप्रिय बनाने का प्रयास करने के लिए प्रेरित किया है, जिन पर लोग परामर्श लेने के लिए संपर्क कर सकते हैं यदि वे या उनके जानने वाला कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार के अवसाद से गुजर रहा है.

शहर पुलिस ने इस उद्देश्य के लिए एनजीओ लाइफलाइन फाउंडेशन के साथ गठजोड़ किया है और उनके नंबर साझा किए हैं. पुलिस ने भी सोशल मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर कई बार बचाने में मदद की है.