सफलता की कहानी : निदान कार्यक्रम से मीठी मुस्कान लेकर लौट रहे दिव्यांगजन
February 14, 2024धमतरी । कलेक्टर गांधी के विशेष प्रयास से जिले में दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण, कैलीपर्स, श्रवण यंत्र, ट्रायसायकिल प्रदान करने हेतु बीते 12 फरवरी से निदान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
इस निदान कार्यक्रम में जिले के सभी विकासखंडां के दिव्यांगजन आकर लाभान्वित हो रहे हैं और एक मीठी मुस्कान लेकर लौट रहे है, जो इस कार्यक्रम की सार्थकता को साबित करता है। मगरलोड विकासखंड के ग्राम भेण्ड्री निवासी देवलाल साहू निदान कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। देवलाल ने बताया कि 4 वर्ष पूर्व वे अपने रिश्तेदार की शादी में बारात गये हुए थे, तब एक बस ने रिवर्स होते हुए उनके दायें पैर में टक्कर मार दी, जिसके कारण उनके घुटने की हड्डी पूरी तरह टूट गयी, जिस कारण उनका पैर काटना पड़ा।
देवलाल ने बताया कि पैर कटने के बाद वह बेहद ही असहाय महशूस करने लगा। उसने बताया कि छोटे-छोटे कामों के लिए भी दूसरों के भरोसे रहना पड़ता था। जीवन यापन में भी दिक्कत आ रही थी। इसलिए उसने गांव में ही छोटी सी दुकान खोल ली, जिससे दैनिक जरूरतें पूरी होने ली और ध्यान में दुकानदारी में लगने लगा। लेकिन एक पैर से चलने में दिक्कत होती थी, और नकली पैर लगवाने में आने वाले खर्च के लिए वे आर्थिक रूप से तैयार नहीं थे, इसलिए उसने रायपुर में नकली पैर लगवाया, वह पैर ज्यादा सुविधाजनक न होने और उसे पहन कर चलने में दिक्कत होती थी। तभी किसी ने बताया कि दिव्यांगजों के लिए जिला प्रशासन ने निदान शिविर का आयोजन किया है, जिसमें दिव्यांगों को जयपुरी नकली पैर तत्काल लगाया जा रहा है। देवलाल निदान शिविर में पहुंचे और चिकित्सकों से आवश्यक जांच कराकर महावीर दिव्यांग सहायता समिति के कारीगरां ने उनका नाम लेकर कुछ ही घंटों में उनका पैर लगा दिया।
देवलाल ने बताया कि पूर्व में लगाये गये पैर से यह पैर बहुत ही सुविधाजकन है, इसे पहनने में कोई दिक्कत नहीं होती है। देवलाल ने निदान ने असहाय से सहाय बना दिया। उन्होंने दिव्यांगजनां के लिए ऐसे सार्थक निदान कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और जिला प्रशासन का धन्यवाद किया है।