भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मुकाबला इंग्लैंड ने 28 रन से जीता
January 28, 2024हैदराबाद । भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मुकाबला इंग्लैंड ने 28 रन से जीत लिया है। इस मैच में जीत के साथ ही इंग्लैंड ने पांच मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेला गया यह मुकाबला चार दिन में खत्म हुआ। हालांकि, भारतीय टीम के लिए यह हार बेहद शर्मनाक है। मैच की चौथी पारी में भारत सिर्फ दो सत्र में ऑल आउट हो गया।
इस मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में 246 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने 436 रन बनाकर 190 रन की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 420 रन बनाए और भारत के सामने 231 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में टीम इंडिया 202 रन पर सिमट गई और मैच हार गई। इस मैच में चौथे दिन की शुरुआत तक भारतीय टीम मजबूत स्थिति में थी, लेकिन आखिरी दिन इंग्लैंड ने कमाल किया और मुकाबला अपने नाम किया है। इंग्लैंड ने 190 रन से पिछड़ने के बाद यह मुकाबला जीता है। इंग्लैंड की इस ऐतिहासिक जीत के सूत्रधार रहे ओली पोप, जिन्होंने दूसरी पारी में 196 रन बनाए और टॉम हार्टले, जिन्होंने दूसरी पारी में सात विकेट लिए। अपने घर में भारतीय टीम आखिरी टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ ही हारी थी।
हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और पहली पारी में 246 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने 436 रन बनाकर 190 रन की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 420 रन बनाए और भारत के सामने 231 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में टीम इंडिया 202 रन पर सिमट गई और मैच हार गई।
मैच में क्या हुआ?
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान बेन स्टोक्स के 70 रनों के चलते टीम 246 रन बनाने में सफल रही। भारत के लिए रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने तीन-तीन विकेट लिए। भारत ने इसके जवाब में 436 रन बनाए। यशस्वी जायसवाल ने 80, लोकेश राहुल ने 86 और रवींद्र जडेजा ने 87 रन का योगदान दिया। इंग्लैंड के लिए जो रूट ने चार और हार्टले, रेहान ने दो-दो विकेट लिए। इंग्लैंड की दूसरी पारी में ओली पोप ने 196 और बेन डकेट ने 47 रन बनाए। भारत के बुमराह ने चार और अश्विन ने तीन विकेट लिए। इंग्लैंड की टीम 420 रन बनाने में सफल रही और भारत के सामने 231 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह फेल रहे। सबसे ज्यादा 39 रन कप्तान रोहित शर्मा ने बनाए। 28 रन बनाने वाले अश्विन और भरत टीम के दूसरे सर्वोच्च स्कोरर थे। इंग्लैंड के टॉम हार्टले ने सात विकेट लिए और टीम की जीत में सबसे अहम योगदान दिया।
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह सिर्फ चौथा मौका है, जब इंग्लैंड की टीम ने मैच में सभी 20 विकेट लिए हैं, लेकिन उनके तेज गेंदबाजों को कोई विकेट नहीं मिला। इससे पहले 1952 में नागपुर में भारत के खिलाफ, 1956 में मैनचेस्टर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, 2018 में पल्लेकल में श्रीलंका के खिलाफ ऐसा हुआ था।
यह भारत की चौथी सबसे छोटी हार है। इससे पहले 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ चेन्नई में 12 रन, 1977 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में 16 रन और 1987 में पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरू में भारत को करीबी हार झेलनी पड़ी थी। यह सिर्फ चौथा मौका था, जब भारत अपने घर में किसी पारी में 410 से ज्यादा रन बनाकर टेस्ट मैच हारा है। इससे पहले 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरू में 449 रन बनाने के बावजूद भारत हार गया था। वहीं, 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरू में 424 और 1985 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ 412 रन बनाने के बावजूद टीम इंडिया हार गई थी। अब पहली पारी में 436 रन बनाने के बावजूद भारत को हार झेलनी पड़ी है।
यह सिर्फ दूसरा मौका था, जब भारत 150 रन से ज्यादा की बढ़त लेने के बाद भी टेस्ट मैच हार गया है। इससे पहले 2015 में श्रीलंका के खिलाफ गाले में ऐसा हुआ था। तब भारतीय टीम 192 रन की बढ़त लेने के बावजूद हार गई थी।