छत्तीसगढ़: जिले में अब तक 17666.56 मे.टन धान की हुई खरीदी
January 18, 2024दंतेवाड़ा। राज्य शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में जिला दंतेवाड़ा दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा में पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य विगत 01 नवम्बर 2023 से नियमित रूप से जारी है। वर्तमान खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु जिले में 15510 किसानों का पंजीयन किया गया है, जो कि अभी तक सर्वाधिक है । जिले में इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु 15 धान खरीदी केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
जिनमें कृषकों की सुविधा को ध्यान रखते हुए राज्य शासन की ओर से 02 नये धान खरीदी केन्द्र अरनपुर (विकासखण्ड-कुआकोण्डा) एवं बड़ेगोडरे (विकासखण्ड-दन्तेवाड़ा) को शामिल किया गया है। जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी हेतु पर्याप्त व्यवस्था की गई है तथा बारदानों की भी पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति की गई है। अभी जिले में 15510 कृषकों में से 38 प्रतिशत (5852) कृषकों ने अपने धान बिक्री किये हैं। साथ ही शेष बचे कृषकों को धान बिक्री करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा उनके टोकन काटने से लेकर बारदाना तक की समुचित व्यवस्था की गई है। जिससे कृषकों को धान बिक्री में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
कृषकों की सुविधा के लिए बनाये गये दो नवीन धान खरीदी केंद्र में से बड़ेगोड़रे में पंजीकृत 560 कृषकों में से 233 कृषकों ने 743 क्विंटल तथा अरनपुर में पंजीकृत 224 कृषकों में से 108 कृषकों ने 516 क्विंटल धान बिक्री किया गया है। दोनों नवीन धान खरीदी केन्द्रों के ग्रामीण अपने नजदीक में धान खरीदी केन्द्र खुलने से अत्यधिक खुश हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की ओर से जिला दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा के लिए खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर कुल 30516 मे.टन धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य रखा गया है। जिसके विरूद्ध दिनांक 18 जनवरी 2024 तक 17666.56 मे.टन धान की खरीदी की जा चुकी है, जो कि लक्ष्य का 57.89 प्रतिशत है । वर्तमान स्थिति में जिले में लक्ष्य के विरूद्ध धान खरीदी की मात्रा अपेक्षाकृत कम है। जिले के किसान समर्थन मूल्य पर धान विक्रय करने हेतु उत्साहित हैं। जिले के किसानों के किसानों में धान विक्रय करने के प्रति रुचि को देखते हुए निर्धारित अवधि तक जिले के लिए अनुमानित लक्ष्य की पूर्ति कर लिए जाने की संभावना है।
जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के निराकरण हेतु जिले के 03 पंजीकृत राईस मिलर्स को अनुबंधित किया गया है, जिनके माध्यम से जिले के खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव कराया जा रहा है। इसके अलावा जिला विपणन अधिकारी द्वारा निविदा जारी कर परिवहनकर्ता की नियुक्ति की गई है। वर्तमान में कुल उपार्जित धान के 22 प्रतिशत धान का उठाव करा लिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा आगामी 15 मार्च तक समस्त धान का उठाव कराकर निराकरण हेतु समुचित कार्ययोजना बनाई गई है। इस संबंध में जिले के किसानों से अपील किया गया है, कि वे शासन की ओर से निर्धारित समयावधि में समर्थन मूल्य पर अपना धान विक्रय कर शासन की इस योजना का लाभ उठावें।