छत्तीसगढ़: सशक्त बेटियों ही समृद्ध राष्ट्र की पहचान, बेटियां हमारी गौरव : कलेक्टर
January 13, 2024‘‘बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं’’ योजना अंतर्गत आत्मरक्षा शिविर में 400 बालिकाएं हुईं सशक्त
कवर्धा। कलेक्टर जनमजेय महोबे के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बालिकाओं के सुरक्षा-बचाव एवं सशक्तिकरण के लिए शासकीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया महाविद्यालय में ‘‘बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं’’ योजना अंतर्गत् 3 से 13 जनवरी तक आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। पांच दिवसीय आत्मरक्षा शिविर में कुल 400 बालिकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर कलेक्टर जनमजेय महोबे एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव शामिल होकर बेटियों की सशक्तिकरण के लिए संदेश दिए।
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कलेक्टर जनमजेय महोबे ने बेटियों को संदेश देते हुए जानकारी दिया कि ‘‘बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं’’ योजना का शुभांरभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 को पानीपथ हरियाण से किया। इस योजना को उन्होनें अधिकारिक तौर पर अपने अत्यधिक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के रुप में शामिल किया है। कलेक्टर ने बताया कि जब मुझे कमिश्नर एवं संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी मिला था तब यह योजना छत्तीसगढ़ के दो जिले में रायगढ़ एवं बीजापुर में संचालित था। शुरूवात में हमने हरियाणा और राजस्थान के स्थितियों को देखते हुए बेटियों के जन्म पर उत्सव मनाने के साथ-साथ पांच पेड़ लगाने का संकल्प लेते हुए अभियान चलाया। आज हमारे प्रदेश में बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं है, बालिकाएं सशक्त हैं और कंधे से कंधा मिलाकर चल रहीं है। इससे स्पष्ट है कि हमारा देश इस क्षेत्र मे बहुत आगे हैं बेटियां हमारे लिए वारदान से कम नहीं, बेटियां हमारी गौरव हैं। कलेक्टर ने इस सफल आयोजन के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से एक नयी उर्जा एवं आत्मविश्वास को बल मिलता है ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने अपने उद्धबोधन में कहा कि बेटियां आज सशक्त हैं और सभी क्षेत्र में पुलिस, सेना, इंजीनियर, डॉक्टर, प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षक, पायलेट आदि सभी क्षेत्रों में अपना योगदान दे रहे है आज हमारी बेटियां स्वयं आत्मरक्षा के लिए सक्षम है किसी भी असामाजिक तत्वों कों सबक सिखा सकती हैं। बेटियों का सम्मान और सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है। इस आयोजन पांच दिवसीय आत्मरक्षा शिविर कार्यक्रम के लिए पुलिस अधीक्षक डॉ. पल्लव ने महिला एवं बाल विकास विभाग और बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए बधाई दी। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजनांर्गत चलाएं जा रहे विभिन्न गतिविधियों के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजना का मुख्य उद्देश्य लिंगाधार पर असमानताओं को दूर कर बेटियों की सुरक्षा एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ाना है ।
महिला सशक्तिकरण के लिए शहर में निकाली जागरूकता रैली
कार्यक्रम में लिंगाधार भेदभाव समाप्त करने बालिका सुरक्षा सम्मान एवं महिला सशक्तिकरण के लिए शहर में जागरूकता रैली निकालकर बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं का संदेश देते हुए सभी ने भी सपथ लिया साथ हि सभी प्रतिभागियो और सभी मास्टर ट्रेनरों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से नोडल अधिकारी, संरक्षण अधिकारी नितिका डडसेना नवा बिहान रहें। कार्यक्रम के अंतिम में सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने सभी का आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दौरान कराते मास्टर ट्रेनर, नेशनल चैंपियन एवं आरक्षक आकाश राजपूत, ब्लैक बेल्ट एवं एस्सप्रेशनल फेलों बोड़ला कुमुद मिश्रा, ब्लैक बेल्ट मनीष निषाद, प्राध्यापक शासकीय राजमाता विजियाराजे सिंधिया कन्या महाविद्यालय लवन सिंह कंवर, प्रबंधक विशेषीकृत दत्तक ग्रहण सत्यमित्र शास्त्री, महेश निर्मलकर, परियोजना समन्वयक चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 सखी वन स्टॉप सेंटर कवर्धा से श्रीमती विभा बक्शी, श्रीमती सरिता साहू, श्रीमती मधु भट्ट, श्रीमती कविता सिंह, श्रीमती डालेश्वरी साहू, श्रीमती सविता तिवारी जिला बाल संरक्षण इकाई से अविनाश सिंह, घनाराम निर्मलकर, विनय जंघेल, भारती परमार, महिला बाल विकास विभाग की टीम, स्कूल, कॉलेज शिक्षक एवं छात्रायें व कवर्धा शहर के अन्य नागरिक उपस्थित थे।