रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढाने पर जोर देंगे भारत और ब्रिटेन
January 10, 2024लंदन । भारत और ब्रिटेन ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग की समीक्षा कर रक्षा क्षेत्र में औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया है। ब्रिटेन की यात्रा पर गये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लंदन में वहां के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों पक्षों के बीच विचारों के सार्थक आदान-प्रदान के साथ यह बैठक गर्मजोशी के माहौल में हुई। दोनों मंत्रियों ने रक्षा, सुरक्षा और सहयोग के कई मामलों पर चर्चा की जिसमें रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया।
श्री शाप्स ने ज़ोर देकर कहा कि ब्रिटेन और भारत के बीच के रिश्ते सिर्फ पेशेवर ही नहीं हैं, बल्कि दोनों देश कई समानताओं और साझा लक्ष्यों के साथ स्वाभाविक भागीदार हैं। रक्षा मंत्री ने दोनों देशों के बीच, विशेषकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते रणनीतिक सहयोग की सराहना की। द्विपक्षीय रक्षा बैठक के बाद भारत और ब्रिटेरन के बीच दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
पहला समझौता द्विपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय कैडेट आदारन प्रदान से संबंधित है जबकि दूसरा समझौता रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) तथा ब्रिटेन की डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी लैबोरेट्री (डीएसटीएल) के बीच अनुसंधान और विकास में रक्षा सहयोग को लेकर एक व्यवस्था पत्र (एलओए) था, जिस पर हस्ताक्षर हुए। ये दस्तावेज़ दोनों देशों के लोगों, खासकर युवाओं के बीच आदान-प्रदान और दोनों देशों के बीच रक्षा अनुसंधान सहयोग के व्यापक क्षेत्र को गति प्रदान करेंगे।
सोमवार देर रात लंदन पहुंचने के बाद रक्षा मंत्री ने मंगलवार सुबह टेविस्टॉक स्क्वैयर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके अपने लंदन कार्यक्रम की शुरुआत की। महात्मा गांधी ने 1888 से 1891 तक यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में कानून की पढ़ाई की थी।
वर्ष 1915 में महात्मा गांधी की दक्षिण अफ्रीका से मुंबई वापसी के संदर्भ में नौ जनवरी एक विशेष प्रतीकात्मक तारीख है, जिसे भारत में प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन देश के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के समृद्ध योगदान को याद किया जाता है। राजनाथ सिंह को यूके के रक्षा मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक से पहले हॉर्स गार्ड्स परेड ग्राउंड में रस्मी गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।