तीन माह की बच्ची की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत, कारण निमोनिया, पेट में दागने के भी निशान
December 22, 2023जिला मुख्यालय की पटासी गांव की छह माह की बच्ची को 4 दिन पहले जिला अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। बच्ची की निमोनिया के चलते मौत हो गई है बताया गया है कि इसकी हालत गंभीर थी इसके पेट में दागने के निशान भी मिले हैं। वहीं बंधवा निवासी राजन बैगा पिता हर्षलाल बैगा उम्र 1 माह 15 दिन के पेट में कई जगह दागने के निशान हैं। बच्चे को जिला चिकित्सालय के पीआइसीयू में 20 दिसंबर को भर्ती कराया गया है।
रागनी के पेट में दागने के कई निशान थे
पटासी निवासी रागनी बैगा पिता रामजी बैगा उम्र छह माह की जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्ची की मौत का कारण चिकित्सकों ने निमोनिया बताया है। बताया गया है की रागनी की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो ऐसे 17 दिसंबर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 19 दिसंबर की रात में इसकी मौत हुई है मामला तीन दिन पहले का है। रागनी के पेट में दागने के कई निशान थे। बच्ची के पेट में ऐसी कोई जगह नहीं थी जहां दागने के निशान न हो।
कोटमा गांव में दादी ने एक महीने पहले दागा था
महिला बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर शाहीन अंजुम का कहना है कि रागिनी को उसकी दादी जो कोटमा गांव में रहती है उसके द्वारा एक महीने पहले दागा गया था इनका कहना है कि अभी हाल ही में जब बच्ची को निमोनिया हुआ तब उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हुई है।
डेढ़ माह के शिशु को पेट फूलने पर दागा
हर्षलाल बैगा की पत्नी रामबाई बैगा अपने डेढ़ माह के बच्चे राजन को लेकर अपने मायके बकेली गई हुई थी। वहां बच्चे का स्वास्थ्य खराब हो गया। पसली चलने व पेट में सूजन आने की वजह से बच्चे का इलाज कराने की वजाय रामबाई की मां गांव की ही दाई को बुला लाई। दाई ने गर्म चूडिय़ों से बच्चे के पेट में 12 से अधिक बार दागा है। इसके बाद बच्चे की तबियत में सुधार न होने 20 दिसंबर को जिला चिकित्सालय शहडोल में भर्ती कराया गया। इसकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है।