चलना-फिरना दूभर कर सकती है ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या
December 21, 2023एक उम्र के बाद हाथ-पैरों के ज्वॉइंट्स और मसल्स में दर्द की समस्या बहुत ही आम है, जो किसी को भी परेशान कर सकती है। हालांकि महिलाओं में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। कई बार इससे चलने-फिरने के साथ उठने-बैठने में भी परेशानी होती है, तो आपको बता दें कि ये ऑस्टियोपोरोसिस के संकेत हो सकते हैं। ये एक ऐसी समस्या है जो धीरे-धीरे हड्डियों को कमजोर बनाता है और इनके टूटने का खतरा बढ़ जाता है। इसमें बोन डेंसिटी कम होने लगती है, जिसकी वजह से बोन की क्वॉलिटी खराब होने लगती है। ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव या इसके बढ़ने की दर को कम करने के लिए ऐसी स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की जरूरत है, जो बोन हेल्थ को सुधारने में मददगार साबित हो। इसके लिए आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
खानपान में कैल्शियम
अपनी डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स, हरी पत्तेदार सब्जियों, हर तरह के मौसमी फलों को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर की सलाह पर कैल्शियम सप्लीमेंट्स भी लें। आमतौर पर महिलाओं को रोजाना लगभग 1000-1300 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है।
विटामिन डी
शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होनी जरूरी है इसलिए नियमित रूप से धूप में कुछ वक्त बिताएं। अपनी खुराक में विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे फैटी फिश औऱ बिना पॉलिश वाले अनाजों को शामिल करें।
रोजाना व्यायाम
नियमित रूप से बढ़ते वजन को घटाने वाले व्यायाम, जैसे- ब्रिस्क वॉक, जॉगिंग, डांस और वेटलिफ्टिंग करने से हड्डियां मजबूत होती हैं और बोन डेंसिटी में भी सुधार आता है।
सिगरेट और एल्कोहॉल से दूरी
स्मोकिंग और बहुत ज्यादा मात्रा में एल्कोहॉल का सेवन बोन लॉस को बढ़ा सकता है इसलिए सिगरेट और एल्कोहॉल छोड़कर बोन हेल्थ में सुधार लाया जा सकता है।
हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी
कुछ मामलों में मेनोपॉज स्त्रियों को हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की सलाह दी जाती है जिससे उनके बोन लॉस को घटाया जा सके, लेकिन डॉक्टर के सलाह के बिना अपने मन से ऐसी कोई थेरेपी न लें।
दवाएं
ऑस्टियोपोरोसिस के उपचार और फ्रैक्चर का जोखिम कम करने के लिए कुछ दवाएं भी अवेलेबल हैं, जिन्हें डॉक्टर की सलाह और परामर्श के बाद ही लें।