51 कुण्ड गायत्री महायज्ञ में हुआ निःशुल्क संस्कार
December 17, 2023युवा संगोष्ठी में युवाओं का उमड़ा जनसैलाब
रायपुर। गायत्री प्रज्ञा पीठ संतोषी नगर रायपुर एवं रायपुर महानगर के गायत्री परिजनों के सहयोग से दिनांक 15 से 18 दिसम्बर तक दशहरा मैदान, छत्तीसगढ़ नगर, टिकरापारा में आयोजित हो रहे 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में तीसरे दिन रविवार को प्रातः 06 बजे प्रज्ञा योग व ध्यान करवाया गया। इसके पश्चात 8:30 बजे से महायज्ञ प्रारंभ होते ही वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुतियों का क्रम दोपहर 1 बजे तक अलग अलग पारियों में निरंतर चलता रहा। कार्यक्रम संयोजक रामकृष्ण साहू एवं जिला समन्वयक लच्छूराम निषाद एवं प्रदीप साहू ने संयुक्त रूप से बताया कि हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने यज्ञ में भक्तिभाव के साथ आहुतियां समर्पित की।
शांतिकुंज हरिद्वार से आई टोली के द्वारा देवमंच से अनेक लोगों का निःशुल्क संस्कार करवाया गया। संस्कार प्रक्रिया में 100 लोगों का गुरुदीक्षा, 20 गर्भवती महिलाओं का पुंसवन, 5 शिशुओं के नामकरण, 8 बच्चो का अन्नप्राशन, 8 बच्चो का मुंडन, 60 बच्चों का विद्यारम्भ, 05 युवाओं का यज्ञोपवीत एवं 10 लोगों का जन्मदिवस संस्कार करवाया गया।
गायत्री परिवार डिवाइन इंडिया यूथ एसोसिएशन (दिया) के छत्तीसगढ़ प्रदेश संयोजक डॉ. पी.एल. साव ने दोपहर को युवाओं की गोष्ठी में राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी पर चर्चा करते हुए उन्हें व्यसनों के दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराते हुए व्यसनों से दूर रहने संकल्पित कराया गया। साथ ही युवाओं से व्यसन मुक्ति हेतु अपने अपने परिवार व समाज के लोगों को भी जागरूक करने हेतु प्रशिक्षण दिया गया। युवा प्रकोष्ठ प्रभारी रायपुर आशीष राय ने बताया कि छोटे छोटे बच्चे भी आज नशे के गिरफ्त में आ रहे है इस हेतु गयत्री परिवार की युवा टीम के द्वारा अपने अपने क्षेत्र के विद्यालय में जाकर बच्चो को वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से जागरूक करवाते हुए व्यसनमुक्त करवाया जाएगा। दुर्ग जिला के प्राणेश विश्वास ने युवाओं को स्वालंबन एवं आत्मनिर्भर बनाने कुटीर ग्रामोद्योग के बारे में बताया। दोपहर 3.30 से 5:30 तक अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित राम शर्मा आचार्य द्वारा रचित प्रज्ञा पुराण की कथा हुई। कथा में शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे टोली प्रमुख योगेश पटेल ने बताया कि मनुष्य भटका हुआ देवता है उसे स्वयं को पहचानने की आवश्यकता है।* प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन मे उत्तम कोटि का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और उसकी प्राप्ति के लिए नदियों में प्रवाहित होने वाले जल के सामान सदैव गतियमान रहना चाहिए प्रवाहित जल ही स्वच्छ और निर्मल रहता है, यदि वह एक ही स्थान पर स्थिर होकर संकुचित विचारधारा का हो जाएगा तो उसका जीवन गर्त में चला जायेगा।
संध्याकाल में सूर्यास्त के साथ ही ग्यारह हजार दियो से दीपयज्ञ किया गया। दियों से बनाई गई विविध आकृतियों से पूरा दशहरा मैदान जगमग हो गया।
कार्यक्रम में रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल, स्थानीय पार्षद श्रीमती निशा देवेंद्र यादव, समता कॉलोनी गायत्री शक्ति पीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी श्याम बैस, सदाशिव हथमल, दावड़ा कॉलोनी शक्ति पीठ के ट्रस्टी सुखदेव देवांगन, वरिष्ठ परिजन सर्व श्रीमती रेणु शुक्ला, पद्मा वर्मा, मनोरमा राठौर, उर्मिला नेताम, ज्योति डड़सेना, हीरालाल, एस. एन. राय, अमित डोये, प्रज्ञा प्रकाश निगम, पीताम्बर साहू, महेंद्र वर्मा, नीलकंठ साहू , दीनानाथ साहू, आर.एस. चौरसिया, खोमन साहू, राजेश शुक्ला उपस्थित थे।