अयोध्या नहीं, काशी के सबसे बड़े पंडित करेंगे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, जानें कौन हैं लक्ष्मीकांत दीक्षित?
December 14, 2023Ram Mandir:वाराणसी के रहने वाले आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित सांगवेद महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य है.यही से उन्होंने यर्जुवेद की पढ़ाई कर शिक्षा दीक्षा ली है.
वाराणसी: अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य दरबार तैयार हो रहा है.गर्भगृह की पहली तस्वीर भी सामने आ गई है जहां रामलला विराजमान होंगे.काशी के प्रकांड विद्वान और पांडित्य घराने के जुड़े आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में प्राण प्रतिष्ठा का पूजन सम्पन्न होगा.इसमें काशी के 40 ब्राह्मण भी शामिल होंगे. ऐसे में हर किसी के मन में यह सवाल है कि आखिर लक्ष्मीकांत दीक्षित कौन है.
वाराणसी के रहने वाले आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित सांगवेद महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य है. यही से उन्होंने यर्जुवेद की पढ़ाई कर शिक्षा दीक्षा ली है. इतना ही नहीं अपने चाचा स्वर्गीय गणेश दीक्षित भट्ट से उन्होंने वेद और अनुष्ठानों का ज्ञान भी लिया था.
महाराष्ट्र से काशी आए थे पूर्वज
इसके अलावा इनके पूर्वजों ने शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक भी कराया था. लक्ष्मीकांत के बेटे सुनील दीक्षित ने बताया कि उनके पूर्वज पहले महाराष्ट्र के सोलापुर के जेऊर में ही रहा करते थे उसके बाद वो काशी आकर बस गए.
गंग भट्ट है वंशज
17 वीं शताब्दी में काशी के जाने माने विद्वान गंग भट्ट ने शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक किया था. लक्ष्मीकांत दीक्षित उनके ही वंशज है.जानकारी के मुताबिक सिर्फ शिवाजी महाराज नहीं बल्कि जयपुर,बेतिया,अमरावती और महाराष्ट्र के नागपुर और नासिक राजघरानों में भी उनके पूर्वज पूजा अनुष्ठान कराते थे.
17 जनवरी से होगी शुरुआत
बताते चलें कि अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा पूजा की शुरुआत 17 जनवरी हो रही है जो 22 जनवरी तक चलेगा.पांच दिनों के इस अनुष्ठान में देश के अलग अलग हिस्सों से 151 विद्वान शामिल हो रहे हैं. इनमें 40 विद्वान काशी के हैं.