कोरबा क्राइम: प्रेम प्रसंग के चलते अपने दोस्त की हत्या करने वाले आरोपी को हुआ 10 वर्ष का कारावास
December 12, 2023कोरबा, 12 दिसम्बर । थाना बांकीगोगरा अंतर्गत ग्राम के अपचारी बालक के द्वारा दिनांक 07/09/2022 को कुदरीपारा में कुलदीप केंवट को धारदार चाकू से उसके बांये तरफ छाती के उपर मारकर हत्या कर दिया तथा प्रकरण की प्रार्थीया कु० संजीवनी को हत्या करने के आशय या ज्ञान से और ऐसी परिस्थिति में धारदार चाकू से मारा जिससे कु० संजीवनी घायल हो गयी। जिसकी सूचना प्रार्थीया कु० संजीवनी के द्वारा दिनांक 07/09/2022 को थाना बांकीमोगरा में की गई जिसके आधार पर थाना बांकीमोगरा के द्वारा अपचारी बालक के विरूद्ध थाना बांकीमोगरा के द्वारा अपराध कमांक 106 / 2022 अंतर्गत धारा 302.307 भादवि का मामला पंजीबद्ध किया गया। जिसका विचारण माननीय श्री जितेन्द्र कुमार सिंह द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश कटघोरा के न्यायालय में किया गया।
अतिरिक्त लोक अभियोजक श्री अशोक कुमार आनंद ने बताया कि प्रार्थीया दिनांक 07/09/2022 को अपनी सहेली के साथ अपचारी बालक के घर गई थी और वहां से अपनी मां श्रीमती उमा यादव को मोबाईल से बतायी कि वह वहां पर है तब कुलदीप केंवट को रात्रि 7:00 बजे लेने के लिए भेज दे तब उसकी मां उसके भाई मृतक कुलदीप केंवट को उसकी सहेली अपचारी बालक की बहन के यहां भेजी तो वहां पर उसकी सहेली अपचारी बालक की बहन और अपचारी बालक खड़े थे, जिन्हें देखकर मृतक कुलदीप केंवट बोला कि तुम उसकी बहन संजीवनी यादव से क्यों गंदी एवं गलत बात करते हो, उसी बात पर दोनों के बीच विवाद हुआ तो अपचारी बालक उसके भाई कुलदीप केंवट को गाली दिया, तब दोनों में हाथापायी होने लगा और इसी बीच अपचारी बालक अपने घर से एक धारदार चाकू लाकर कुलदीप केंवट को बांये तरफ छाती के उपर मारा, तब संजीवनी यादव ने दौड़कर कुलदीप केंवट की बीच बचाव करने लगी तो उसे भी अपचारी बालक ने जान से मार दूंगा कहते हुए चाकू से हमला कर दिया जिससे वह अपने हाथ से रोकी तो उसके बांये हाथ की कलाई के पास गंभीर चोंट आयी, उसके हाथ से खून निकलने लगा तब अपचारी बालक बोला कि वह उसके भाई कुलदीप को मार दिया है उसे भी मारकर हत्या कर देगा कहकर धमकी देने लगा बाद में कुलदीप केंवट का अपचारी बालक तथा उसकी मां ईलाज के लिए बांकीमोगरा अस्पताल ले गये जहां ईलाज के दौरान कुलदीप केंवट की मृत्यु हो गई।
प्रकरण में माननीय बालक न्यायालय कटघोरा द्वारा अपचारी बालक को दोषी पाते हुए भा०द०सं० की धारा 302,307 के तहत 10 वर्ष साधारण कारावास तथा 500/- रू. के अर्थदण्ड से दंडित किया गया अर्थदण्ड की राशि अदा नही करने पर 1 माह का अतिरिक्त कारावास भुगतायी जावे। प्रकरण में एकत्रित साक्षियों को न्यायालय में साबित करने का कार्य अतिरिक्त लोक अभियोजक अशोक कुमार आनंद ने किया।