Train Cancelled : मिचौंग की तबाही के बीच आज फिर कई ट्रेनें हुई कैंसिल, देखें यहां पूरी लिस्ट…
December 7, 2023चक्रवात मिचौंग के कारण तमिलनाडु समेत दक्षिण भारत के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. इसका सबसे ज्यादा असर चेन्नई में देखने को मिल रहा है. चेन्नई की सड़कों पर गाड़ियां पानी में तैर रही हैं. वहीं, कई इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. इस चक्रवात के कारण 5 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.
हालांकि कुछ हिस्सों में बारिश कम हुई है, लेकिन हालात अभी भी सामान्य नहीं हैं. चेन्नई और दक्षिण भारत की ओर जाने वाली लगभग सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. गुरुवार को दक्षिण रेलवे ने 15 जोड़ी ट्रेनें रद्द कर दी हैं. आपको बता दें कि दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनें रद्द हैं. ऐसे में अगर दक्षिण भारत की तरफ जाने के लिए सोच रहे हैं तो इन ट्रेनें को नजर जो हमने आपके साथ शेयर किया है. साउथ रेलवे ने इन 15 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है.
इन ट्रेनों को किया गया है रद्द
- 16031 Shri Mata Vaishno Devi Andaman Express
- 20677 Vijayawada Vande Bharat Express
- 20607 Mysuru Vande Bharat Express
- 12007 Mysuru Shatabdi Express
- 12675 Coimbatore Kovai Express
- 12639 KSR Bengaluru Brindavan Express
- 16057 Tirupati Express
- 16058 Tirupati Express
- 16053 Tirupati Express
- 16054 Tirupati
- 12243 Combatore Shatabdi Express
- 12077 Vijayawada Jan Shatabdi Express
- 22625 KSR Bengaluru Double Decker Express
- 06067 Chennai Egmore Tirunelveli Vande Bharat Special
- 06068 Tirunelveli – Chennai Egmore Vande Bharat
लगातार रद्द हो रही हैं ट्रेनें
बता दें कि इससे पहले साउथ रेलवे ने कई दर्जन ट्रेनों को रद्द कर दिया है.चेन्नई में लगातार भारी बारिश के कारण दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों को कैंसिल किया जा रहा है. ऐसे में आप इन दिनों साउथ की तरफ जाने का प्लान बना रहे हैं तो एक बार ट्रेनों के ऊपर जरुर नजर डालें नहीं तो आप स्टेशन पर पहुंचे तो पता चले कि आपकी जिसमें टिकट थी उस ट्रेन को कैंसिल कर दिया गया है.
किसान के कई एकड़ फसल हुए बर्बाद
इस चक्रवात तूफान के कारण साउथ इंडिया के किसान भी प्रभावित हुए हैं. आंध्र प्रदेश के प्रभावित बापटला, कृष्णा, एनटीआर, गुंटूर, पालनाडु, एलुरु, पूर्वी गोदावरी, पश्चिम गोदावरी, अल्लूरी सीतारमाराजू, अनाकापल्ले, नेल्लोर और तिरुपति जिलों में हजारों एकड़ से अधिक फसलें क्षतिग्रस्त हो गईं.