आदिपुरुष को लेकर मनोज मुंतशिर ने मानी गलती, अपमान पर छलके आंसू, कहा- ‘मैंने जो भी किया, वो सही नहीं किया’
December 4, 2023साल 2023 में कई फिल्म ने चर्चा बटोरी। इनमें आदिपुरुष भी शामिल है। हालांकि, प्रभास और कृति सेनन की स्टारर इस फिल्म ने तारीफ की बजाए आलोचनाओं के लिए सुर्खियां बटोरी। फिल्म में भगवान राम से लेकर हनुमान तक, रामायण के सारे पात्र ऐसी भाषा में बात करते हुए नजर आए कि देश में बवाल मच गया। आदिपुरुष को लेकर चौतरफा हो रही आलोचना के बीच फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर और लेखक ने झुकने से मना कर दिया। किसी ने भी फिल्म को लेकर हुई कॉन्ट्रोवर्सी पर अपनी गलती नहीं मानी। हालांकि, अब मनोज मुंतशिर के बोल कुछ बदले हुए नजर आए।
मनोज मुंतशिर के छलके आंसू
दैनिक जागरण के हालिया इवेंट में मनोज मुंतशिर ने संपादक (उत्तर प्रदेश) आशुतोष शुक्ल से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आदिपुरुष के लिए जनता से माफी मांगी। फिल्म को लेकर बात करते हुए मनोज मुंतशिर की आंखों से आंसू छलक आए। उन्होंने बताया कि जब आदिपुरुष को लेकर बवाल मचा हुआ था, तब सिर्फ उन्हें ही नहीं, बल्कि उनके माता-पिता को भी बुरी तरह ट्रोल किया गया। सोशल मीडिया पर उन्हें टैग करते हुए अपशब्द कहे गए।
माता- पिता का हुआ अपमान
इंटरनेट पर अपने माता-पिता को कहे गए अपशब्दों का जिक्र करते हुए मनोज मुंतशिर ने रुंधे हुए गले से कहा, “यदि आप जीवन में कुछ करना चाहते, हैं तो इसमें कामना होती है कि मां-बाप का नाम रौशन करेंगे। मेरी मां ने मुझे कुछ स्क्रीनशॉट भेजे थे। 75 साल की मेरी मां और 86 साल के पिता। उनके लिए अपशब्दों का प्रयोग। युवाओं से यह अपील भी की कि किसी की मां के लिए गलत शब्दों का प्रयोग न करें। मैं चाहता हूं कि अवध की भाषा इतनी कलंकित न हो कि गालियों का प्रयोग करना पड़े।”
आदिपुरुष के लिए मांगी माफी
मनोज मुतासिर से इंटरव्यू में ये भी पूछा गया कि आदिपुरुष में उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम राम को फैंटम अवतार में दिखाने की आखिर क्यों जरूरत पड़ गई। इस पर उन्होंने माफी से शुरुआत करते हुए कहा, “इसका साहस बेवकूफी से आया। बेवकूफी ही थी। मैंने एक गलती की… गलती सिर्फ एक पन्ना है और रिश्ता पूरी किताब है। आप एक पन्ना फाड़कर फेंक दो। पूरी किताब सहेज लो।”
फिल्म को लेकर मेकर्स किया बचाव
आदिपुरुष को लेकर उन्होंने आगे कहा, “फिल्म बनाने की हमारी भावना गलत नहीं थी, समझ का अभाव हो सकता है। 600 करोड़ रुपये खर्च करके कोई इस तरह की फिल्म क्यों बनाएगा। जिस तरह हमने एप्रोच किया, वह गलत था और हमने इसे दूर भी किया। दो दिन के भीतर दस हजार थिएटरों से विवादित संवाद हटा दिए गए थे। इससे पहले क्या किसी विवादित फिल्म के संवाद बदले गए? बालीवुड बायकाट के हैश टैग चले, लेकिन परिवर्तन किसी ने नहीं किया। हमें दो दिन के भीतर लोगों की भावनाओं का अहसास हो गया।”
आदिपुरुष के लिए कितनी फीस ?
मनोज मुंतशिर ने आदिपुरुष के लिए चार्ज की गई अपनी फीस का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा, “आदिपुरुष के लिए मैंने सिर्फ 1100 रुपये पारिश्रमिक लिए। कुछ वर्ष पहले मैंने यह निर्णय लिया था कि मां सरस्वती और भगवान राम काज के लिए सिर्फ इतना ही पारिश्रमिक लूंगा।”