धनतेरस को लेकर भ्रम दूर… प्रदोष काल में ही होगी लक्ष्मी-कुबेर की पूजा, जानें तिथि, मुहूर्त
November 3, 2023Dhanteras 2023: इस साल धनतेरस की तिथि और पूजा मुहूर्त को लेकर लोगों में कई तरह के भ्रम हैं. कोई उदया तिथि से पर्व मनाने की बात करा रहा तो कोई उसके पहले, लेकिन चित्रकूट के वेदाचार्य ने सही तिथि और मुहूर्त की जानकारी दी है.
सतना: दीपावली नजदीक है, इससे ठीक पहले धनतेरस का त्योहार आता है. प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ने वाले धनतेरस की तिथि को लेकर इस बार भ्रम की स्थिति है. लोग भ्रमित हैं कि आखिर किस दिन इस पर्व को मनाया जाए, क्योंकि धनतेरस में मां लक्ष्मी और धन कुबेर की पूजा की जाती है. माना जाता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति सोना, चांदी, हीरा, विभिन्न धातु के बर्तन, कपड़े, वाहन और जमीन सहित अन्य वस्तुओं की खरीदी करता है. उसके ऊपर पूरे साल माता लक्ष्मी और धनकुबेर की कृपा बनी रहती है.
इस दिन होगा धनतेरस
चित्रकूट सतना के अथर्व वेदाचार्य पंडित देवानंद ने बताया कि इस बार की त्रयोदशी की तिथि 10 नवंबर से शुरू हो रही है, इसलिए धनतेरस की शुरुआत 10 नवंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से शुरू मानी जाएगी, जो दूसरे दिन यानी 11 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 56 मिनट तक रहेगी.
प्रदोष काल के पूजन का सही समय
धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है. भगवान कुबेर का पूजन का सब से उत्तम समय प्रदोष काल होता है, इसलिए इस बार की पूजा 10 नवंबर को संध्या काल में 5 बजकर 30 मिनट से शुरू हो जाएगी, जिसका अंतिम मुहूर्त रात 8 बजकर 7 मिनट होगा. इस प्रकार 10 नवंबर को ही पूर्ण धनतेरस मनाया जाएगा. 11 नवंबर को प्रदोष काल है ही नहीं, इसलिए 11 नवंबर को धनतेरस मनाने वाले खरीदी की वस्तुओं की पूजा प्रदोष काल नहीं कर पाएंगे.