विकासखंड फिंगेश्वर के स्कूली विद्यार्थियों को रेबीज से बचाव एवं कुत्तों के काटने पर तत्काल किए जाने वाले स्वास्थ्य प्रबंधन की दी गई जानकारी
September 29, 2023विकासखंड फिंगेश्वर के स्कूली विद्यार्थियों को रेबीज से बचाव एवं कुत्तों के काटने पर तत्काल किए जाने वाले स्वास्थ्य प्रबंधन की दी गई जानकारी
गरियाबंद 29 सितंबर 2023 I कुत्ते के काटने से होने वाले गंभीर बीमारी रेबीज़ से होने वाली इंसानी मृत्यु दर को कम करने हेतु वैश्विक स्तर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रतिवर्ष 28 सितंबर को विश्व रेबीज़ दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसके अंतर्गत कुत्तों के टीकाकरण, रेबीज साक्षरता एवं काटने के उपरांत तत्काल किए जाने वाले स्वास्थ्य प्रबंधन के संबंध में अधिकाधिक लोगों को जागरूक करने हेतु विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते है।
इसी कड़ी में डॉ निरंजन खरे, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र फिंगेश्वर गरियाबंद के निर्देशानुसार, डॉ नीता मिश्रा सहायक प्राध्यापक एवं प्रभारी ट्रेनिंग व प्लेसमेंट सेल के नेतृत्व में डॉ हेमंत साहू विस्तार अधिकारी एवम सहायक प्रशिक्षण अधिकारी के सहयोग से फिंगेश्वर शहर के विभिन्न स्कूलों में 22 सितंबर से 28 सितंबर तक रेबीज़ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे बताया गया की प्रति वर्ष वैश्विक स्तर पर लगभग 350 करोड़ लोग इस बीमारी से प्रभावित होते है, विश्व स्वास्थ्य संगठन के रिपोर्ट अनुसार भारत में लगभग 20000 लोगो की मृत्यु रेबीज़ बीमारी से केवल सटीक जानकारी के अभाव में अनभिज्ञतावश होती है। जहां पूरे भारत वर्ष में छत्तीसगढ़ में रेबीज़ से होने वाली मृत्यु दर सर्वाधिक है। जहां प्रति लाख लोगो में प्रति वर्ष 4 लोगो की रेबीज़ से मृत्यु होती है।
चूंकि रेबीज़ से होने वाली मृत्यु दर में 60 प्रतिशत शिकार 15 वर्ष से कम आयु के मासूम स्कूली बच्चे होते है, इसलिए उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसके अंतर्गत कुत्तों के विभिन्न नस्लों की जानकारी देते हुए कुत्तों के व्यवहार, मानक टीकाकरण, काटने पर तत्काल किए जाने वाले घाव प्रबंधन, आवारा पशु नियंत्रण सहित बचाव एवं नियंत्रण के उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमे सभी बच्चे उत्साहपूर्वक शामिल होते हुए जिज्ञाशावश सवाल पूछकर कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई। डॉ नीता मिश्रा द्वारा बच्चो के सवालों का अत्यंत ही सरल भाषा में जवाब दिया गया। कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य एम निर्मलकर द्वारा 150 विद्यार्थियों, सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य दीपक शुक्ला द्वारा 600 विद्यार्थियों , श्याम कुमारी देवी स्कूल के प्राचार्य टी आर वर्मा द्वारा 310 विद्यार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए कार्यक्रम के सफल आयोजन में विशेष सहयोग प्रदान किया गया।
इसके अतिरिक्त ग्राम बोरिद में कृषि महाविद्यालय के रावे विद्यार्थियों सहित समस्त ग्राम वासियों को रेबीज़ के प्रति जागरूक किया गया जिसमे माखन लाल ध्रुव सरपंच, महेश सोनी सहित समस्त पंचगण एवं महाविद्यालय से डॉ सी आर नेताम, सह प्राध्यापक, डॉ ओमेश ठाकुर डॉ लेखराम कंवर, डॉ पायल जयसवाल, डॉ सौरभ पद्मशाली, डॉ सुमन रावते, सत्येन्द्र पाटले, डॉ अविनाश गौतम, डॉ देवेंद्र कुमार देवांगन, डॉ अशोक कुमार कोसरिया, डॉ कुंतल साठकर व सुश्री विभा चंद्राकर शामिल हुए। कार्यक्रम अंतर्गत विश्व रेबीज़ दिवस पर पशुचिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में सम्मिलित होकर डॉ मिश्रा द्वारा मिशन रेबीज़रू नियंत्रण एवं बचाव विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। जहां श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, सभापति जिला पंचायत गरियाबंद, श्रीमती धनमती यादव और फिरतु कंवर द्वारा कार्यक्रम के आयोजन पर हर्ष व्यक्त करते हुए जिले के समस्त तहसीलों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता बताई गई। डॉ ओ पी तिवारी उपसंचालक पशुचिकित्सा सेवाएं द्वारा कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु आभार व्यक्त किया गया।