मंत्री की शपथ को लेकर मचा बवाल, भाजपा ने की बर्खास्त करने की मांग
October 8, 2022नई दिल्ली ,08 अक्टूबर । दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर अपनी किरकिरी करवा ली है। आम आदमी पार्टी के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की शपथ को लेकर बवाल मच गया है। एक और जहां मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मंत्री गौतम से सफाई मांगी है, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने आप को घेरते हुए मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है। दरअसल दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की मौजूदगी में हजारों लोगों को दिलाई गई कि ‘राम और कृष्ण भगवान नहीं और कभी इनकी पूजा नहीं करेंगे।’ इस शपथ पर विवाद गहराता जा रहा है। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपने मंत्री के इस कृत्य से काफी नाराज हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने इस प्रकरण में उनसे जवाब तलब किया है। इस बारे में मुख्यमंत्री ने पार्टी नेताओं से भी चर्चा की है। बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार में पिछले 7 साल से मंत्री राजेंद्र पाल गौतम का यह मामला गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में भी पार्टी के लिए समस्या का सबब बन सकता है। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस प्रकरण में कोई कड़ा फैसला भी ले सकते हैं।
भगवान का अपमान निंदनीय : आदेश गुप्ता
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने हिंदू देवी- देवताओं का अपमान किया है। यह निंदनीय है और इसके लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी का इतिहास हमेशा से ही नफरत फैलाना और हिंदू धर्म का अपमान करने का रहा है। वहीं, सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी इतनी हिंदू विरोधी क्यों है? आप के मंत्री हिंदू धर्म के खिलाफ शपथ ले रहे है और उनके साथ लोग भी शपथ ले रहे है। उन्होंने कहा कि यह हिंदू और बौद्ध धर्म का अपमान है। आप के मंत्री दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे है, उन्हें तुरंत मंत्री पद व आप से हटाया जाना चाहिए।
केजरीवाल की शह पर मंत्री देते हैं हिंदू विरोधी बयान : बिधूड़ी
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से राजेंद्र पाल गौतम को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की शह पर उनके मंत्री हिंदू विरोधी बयान देते हैं। उन्होंने कहा कि आप नेता अपनी सुविधा के लिए हिंदू भावनाओं का लाभ उठाते है और जरूरत पड़ने पर देवी-देवताओं के अपमान से भी बाज नहीं आते। रामवीर सिंह बिधूड़ी ने क हा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अवसरवादी है और हिंदू धर्म के विरोध का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देते। वह अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के भी कट्टर विरोधी रहे है। उनका यह दोहरा चरित्र रहा है कि वह अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का विरोध भी करते है, लेकिन विधानसभा चुनावों से ठीक पहले पूरी केबिनेट के साथ भगवान श्रीराम के सामने दंडवत भी हो जाते है। भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आम आदमी पार्टी का असली हिंदू विरोधी चेहरा। यह संयोग या हिंदुओं को गाली देने या दंगा भड़काने की एकमात्र घटना नहीं है। हमने देखा है कि कैसे केजरीवाल ने राम मंदिर का विरोध किया और दिल्ली दंगों के मास्टमाइंड ताहिर हुसैन का समर्थन किया। क्या वह राजेंद्र पाल गौतम को बर्खास्त करेंगे।
पहले भी करवा चुके हैं किरकिरी…
मालूम हो कि राजेंद्र पाल गौतम इससे पहले भी केजरीवाल सरकार की किरकिरी करा चुके हैं। नवंबर 2019 में उन्होंने भागवान राम और कृष्ण के वजूद पर सवाल उठाया था। राजेंद्र पाल गौतम के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया – अगर यह बात प्रमाणित है कि राम और कृष्ण तुम्हारे पूर्वज हैं तो इतिहास में इनको पढ़ाया क्यों नहीं जाता। पूर्वजों का कोई इतिहास होता है, जबकि इनका कोई प्रमाणिक इतिहास नहीं है। यह पौराणिक कथाएं हैं, ऐतिहासिक नहीं जबकि पेरियार का दृष्टिकोण प्रामाणिकता और तार्किकता के आधार पर था।’ यह बात अलग है कि जब इस पर विवाद बढ़ा तो गौतम ने दावा कि किसी ने उनका अकाउंट हैक करके यह ट्वीट किया था।