विद्यालय परिसर में छोटी-छोटी गतिविधियों का आयोजन विद्यार्थियों के पाठ्य सहगामी क्रियाओं के दृष्टिकोण से लाभदायक-डॉ. संजय गुप्ता
August 22, 2023विद्यालय परिसर में छोटी-छोटी गतिविधियों का आयोजन विद्यार्थियों के पाठ्य सहगामी क्रियाओं के दृष्टिकोण से लाभदायक-डॉ. संजय गुप्ता
कोरबा, 22 अगस्त । दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल में बारिश की फुहारों का स्वागत कुछ अलग अंदाज में किया गया। विद्यालय परिसर में ’रैनी डे सेलिब्रेशन’ का आयोजन किया गया। रंग-बिरंगे छातों और रैन कोट के पोशाक में बच्चे बड़े ही आकर्षक लग रहे थे। सभी नन्हे-मुन्हे बच्चों ने जमकर रैनी डे सेलिब्रेशन का लुत्फ उठाया। कर्णप्रिय संगीत की धुनों पर बच्चों ने पूरी तन्मयता के साथ नृत्य किया। बच्चों को बारिश के वास्तविक आनंद का एहसास कराने के लिए बारिश की फुहारों का बौछार स्प्रिंकलर के माध्यम से किया जा रहा था। फुहारों की बूँदें जैसे ही बच्चों को स्पर्श करती थी, बच्चों के चेहरे पर मनमोहक मुस्कान उभर आती थी। रैनी डे सेलिब्रेशन का आयोजन मुख्य रुप से प्री-प्रायमरी और प्रायमरी स्तर तक के विद्यार्थियों हेतु किया गया था। अनेक प्रकार के रैन से रिलेटेड गानों पर बच्चे पूरे मजे लेकर थिरकते थे। बच्चों के चेहरे पर खुशियों की झलक देखते ही बनती थी। सभी विद्यार्थियों ने रैनी डे सेलिब्रेशन का भरपूर मजा लिया।
प्री प्राइमरी के बच्चों ने रेन थीम पर कविता, डांस और एक्शन सॉन्ग का मंचन किया । साथ ही सृष्टि वर्मा ने वाटर साइकिल पर अपने विचार व्यक्त किए । अभियांशी अग्रवाल ने रेनबो से संबंधित जानकारी दी एवं सारांश, संस्कृति तथा सक्षम कंवर ने रेनी सीजन के बारे में अपनी जानकारी साझा की। विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे पहनावे में बच्चों की छवि देखते ही बनती थी। संपूर्ण विद्यालय परिसर में एक अलग ही वातावरण निर्मित हो गया था जो कि आनंद और उल्लास का था। सभी के चेहरे से थकान और मायूसी गायब हो गई थी। बच्चों ने रैनी डे सेलिब्रेशन का भरपूर आनंद लिया।
रैनी डे सेलिब्रेशन पर प्री-प्रायमरी स्तर की शिक्षिकाओं ने विशेष सहयोग दिया जिसमें श्रीमती रुमकी हलदर, श्रीमती स्वाति सिंह, श्रीमती मधुचंदा पात्रा, श्रीमती मौसमी महंता, श्रीमती सीमा कौर, मिस खुशबू सिंह सहित प्री प्राइमरी के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का भरपूर सहयोग मिला।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि विद्यालय स्तर में अध्ययन के साथ-साथ अन्य गतिविधियों पर भी ध्यान देना अति-आवश्यक हैं । लगातार पढ़ाई करने से मन में भी पढ़ने के प्रति अरुचि उत्पन्न हो जाती है और हम कक्षा में पूरा ध्यान नहीं दे पाते। ऐसी स्थिति में यदि पढ़ाई के मध्य में कभी-कभी बच्चों के मनोरंजन के लिए विद्यालय परिसर में छोटी-छोटी गतिविधियों का आयोजन किया जाए तो विद्यार्थियों के लिए पाठ्य सहगामी क्रियाओं के दृष्टिकोण से लाभदायक सिद्ध होता है।