केदारनाथ जा रहे लोगों पर टूटा था पहाड़, तीन दिन से लापता हैं 20 लोग, तलाश अभियान जारी….
August 7, 2023उत्तराखंड के गौरीकुंड में हुए भूस्खलन के बाद 20 लोग लापता हो गए. इन लोगों को गायब हुए चार दिन हो गए हैं. लापता लोगों की ढूंढने के लिए तलाशी और बचाव अभियान जारी है. लगातार चौथे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा, मगर इन लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. शुक्रवार को गौरकुंड के पास डाटपुलिया में भारी भूस्खलन की वजह से 20 लोग लापता हुए. ये सभी लोग केदारनाथ जा रहे थे, तभी इनके ऊपर पहाड़ टूटकर आ गिरा.
रूद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि भूस्खलन के चपेट में आए लोगों की खोजबीन के लिए सघन अभियान चल रहा है. मगर अभी तक उनका कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है. भूस्खलन की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या कुल मिलाकर 23 थी. हालांकि, घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पहुंची टीम को घटनास्थल से तीन शव बरामद हुए. ये तीनों शव 50 मीटर नीचे बह रही मंदाकिनी नदी से बरामद हुए थे.
आज कहां हुई लापता लोगों की खोज?
लापता हुए लोगों को ढूंढने का काम कितने बड़े पैमाने पर हो रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बचाव कार्य में ड्रोन भी तैनात कर दिए गए हैं. ड्रोन कैमरों की मदद से लापता लोगों को ढूंढा जा रहा है. आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन का कहना है कि बचाव कार्य के दौरान एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन दलों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने बताया कि धारी देवी, खांकरा, रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, चंद्रापुरी, कुंड बैराज आदि स्थानों में तलाशी अभियान चलाया गया. हालांकि, अभी तक कोई भी सफलता हासिल नहीं हुई है. बताया गया है कि भूस्खलन की चपेट में आने वाले ज्यादातर लोग नेपाल के रहने वाले थे. 23 लोगों में से 17 लोग नेपाली नागरिक थे, जबकि छह लोग स्थानीय नागरिक थे.
पहाड़ों पर बरसात के मौसम में भूस्खलन के कई सारे मामले सामने आए हैं. भारी बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. सिर्फ इतना ही नहीं, भारी बारिश की वजह से जो पहाड़ दरक रहे थे, वे अब टूटकर नीचे गिर जा रहे हैं. इस वजह से भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं.