इस मंदिर में लगा नोटिस, इन कपड़ों को पहना तो नहीं मिलेगी एंट्री…
August 1, 2023मध्यप्रदेश के बुरहानपुर शहर में स्थित प्रसिद्ध स्वामीनारायण संप्रदाय के ऐतिहासिक मंदिर में एक नोटिस बोर्ड लगा है जिसमें आने वाले भक्तों को किन कपड़ों के साथ मंदिर में प्रवेश लेना है यह बताया गया है. इस बोर्ड पर लिखा है कि जींस, स्कर्ट, हाफ पेंट, लोअर, टॉप और वेस्टर्न ड्रेस जो श्रद्धालु मंदिर आएंगे वह बाहर से ही दर्शन में सहयोग करेंगे. इन लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई है. इस सूचना बोर्ड का श्रद्धालुओं ने स्वागत किया है.
दरअसल मध्यप्रदेश के बुरहानपुर के सीलमपुर में स्वामीनारायण संप्रदाय का 190 साल पुराना प्रसिद्ध स्वामीनारायण मंदिर स्थित है. जहां पर अधिक मास के अवसर पर मध्य प्रदेश ही नहीं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती प्रदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. इन दिनों मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है.
बताया जाता है कि मंदिर में स्थित भगवान लक्ष्मी नारायण की मूर्ति स्वयंभू है और दर्शन मात्र से ही हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है. मंदिर समिति ने मंदिर प्रांगण के बाहर हाल ही में एक सूचना बोर्ड लगाया गया है. इस बोर्ड पर लिखा है कि मंदिर में जींस, स्कर्ट, हाफ पेंट, लोअर, टॉप वेस्टर्न ड्रेस पहनकर प्रवेश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है. अमूमन ऐसे प्रतिबंध के बाद इसका विरोध दिखाई देता है लेकिन यहां पर इस प्रतिबंध का श्रद्धालुओं ने स्वागत किया है.
मंदिर के पुजारी ने दिया संदेश
स्वामीनारायण मंदिर के पुजारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि देश का युवा हमारी प्राचीन सभ्यता को छोड़ वेस्टर्न ड्रेस और पहनावे की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहा है. हमारे समाज में पहले के समय में जो संस्कार थे वह अब वह धीरे-धीरे नष्ट होते जा रहे हैं. युवा पीढ़ी पश्चिमी सभ्यता की ओर ज्यादा आकर्षित हो रही है. उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि हमारे घर जो बुजुर्ग और माता-पिता हैं हमें उनकी राह पर चलना चाहिए. रामायण में भगवान श्रीराम ने बताया है कि आदर्श जीवन कैसे जीना चाहिए.
तीर्थ क्षेत्र में पहने सभ्य कपड़े
राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि आजकल आधे कपड़े पहने जाते हैं जो कि हमारी संस्कृति नहीं है. यह हमारे लिए शर्म की बात है. अभी न्यू जनरेशन को इसमें मजा तो बहुत आता होगा लेकिन आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे. सारे समाज को भोगना होगा इसलिए हमारी युवा पीढ़ी को पूरे कपड़े पहन कर भारतीय संस्कृति को अपनाना चाहिए. युवाओं को एक मर्यादित जीवन जीना चाहिए लेकिन अगर हम हमारे मंदिरों में ही आधे कपड़े पहन कर जाएंगे तो इसमें हमारे समाज की कोई शोभा नहीं है. उन्होंने कहा, हम कहीं न कहीं हंसी का पात्र बनेंगे. इसलिए आप तीर्थ क्षेत्र मंदिर में पहुंचे तो पूरे कपड़े पहन कर जाएं.
भारतीय संस्कृति को मिलेगा बढ़ावा
पूरे मामले पर भक्त नितिन शाह जोकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी हैं, उनके अनुसार भारत के सभी मंदिरों में वस्त्रों को लेकर एक नियम बना है तो हमें भी हमारी भारतीय संस्कृति के अनुरूप और मंदिर की मर्यादा को देखते हुए पूरे वस्त्र पहन कर ही मंदिरों में जाना चाहिए. अगर हम हमारी युवा पीढ़ी को भी भारतीय सनातन संस्कृति के बारे में बताएंगे तो वह जरूर इसे मानेंगे और मंदिर परिसर का यह निर्णय अच्छा है जिससे हमारी सनातन भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा.